क्या अरविंद पांडे तोड़ पाएंगे उत्तराखंड के शिक्षा मंत्री के हारने का मिथक? अभी तक उत्तराखंड के शिक्षा मंत्री नहीं बने दोबारा विधायक

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उत्तराखंड का इतिहास गवाह रहा है कि जो विधायक शिक्षा मंत्री बना वह अपनी पर्वतीय विधानसभा सीट से नहीं जीता।उत्तराखंड मे जिस विधायक को शिक्षा मंत्री की जिम्मेदारी दी गई वह दोबारा विधायक नहीं बन सका यह हम नहीं बल्कि उत्तराखंड का इतिहास बताता है उत्तराखंड में चाहे सरकार कांग्रेस की रही हो या फिर बीजेपी की जिस विधायक को कैबिनेट में शिक्षा मंत्री का दर्जा दिया गया वह दोबारा उस विधानसभा से नहीं जीत सका इस बार गदरपुर से विधायक अरविंद पांडे को शिक्षा मंत्री बनाया गया था लेकिन चर्चाओं का बाजार गर्म है कि शिक्षा मंत्री अरविंद पांडे इस बार गदरपुर विधानसभा सीट से चुनाव हार रहे हैं।गदरपुर विधानसभा सीट से दो बार से विधायक अरविंद पांडे 2017 में विधायक बनने के बाद उन्हें शिक्षा मंत्री बनाया गया वही आपको बता दें कि इस बार अरविंद पांडे 2022 के चुनाव में बीजेपी से गदरपुर प्रत्याशी बने अरविंद पांडे के सामने कांग्रेस ने बंगाली कार्ड खेलने के लिए प्रेमानंद महाजन को चुनावी मैदान में उतारा, जहां दोनों के बीच मुकाबला कड़ा देखने को मिला।चर्चाओं का बाजार गर्म है क्या इस बार फिर उत्तराखंड का इतिहास दोहराएगा और शिक्षा मंत्री अरविंद पांडे गदरपुर विधानसभा सीट से चुनाव हारेंगे।या फिर उत्तराखंड के इस इतिहास खत्म कर अरविंद पांडे जीत का लोहा मनवायेंगे। वैसे आपको बता दें कि उत्तराखंड की भाजपा सरकार में कम समय के लिए बनाए गए शिक्षा मंत्री मदन कौशिक ही दोबारा विधायक का चुनाव जीते थे लेकिन कोंग्रेस सरकार में निर्दलीय विधायक मंत्री प्रसाद नैथानी शिक्षा मंत्री बने लेकिन हार गए, भाजपा सरकार में शिक्षा मंत्री रहे लालकुआं से विधायक गोविंद बिष्ट भी चुनाव हार चुके है और इस बार के शिक्षा मंत्री अरविंद पांडे की हालत भी इस चुनाव में पतली नजर आ रही है।