कहीं सिंधिया को मध्य प्रदेश का मुकेश साहनी न बना दे भाजपा …..?

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मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री पचमढ़ी में चिंतन शिविर लगा रहे थे। और सिंधिया जी ग्वालियर में जनसंपर्क कर रहे थे । चिंतन शिविर से साफ दिख रहा है शिवराज सिंह चौहान फिर से मुख्यमंत्री बनने की लालसा पाल रहे हैं। बात भी सही है कौन अपनी ताकत को छोड़ना चाहेगा। भा जा पा के मध्यप्रदेश में कद्दावर नेता कैलाश विजयवर्गीय ने भी इस बात पर मुहर लगा दी है की भारतीय जनता पार्टी आगे आने वाला विधानसभा चुनाव शिवराज सिंह को चेहरा बनाकर मैदान में उतरेगी।
उधर चिंतन शिविर चल रहा था इधर सिंधिया जी ग्वालियर में सतत जनसंपर्क कर रहे थे । सिंधिया जी के कठिन परिश्रम से साफ जाहिर होता है कि उनके इरादे भी किसी ऊंचे लक्ष्य को भेदने के हैं और यह सब जानते हैं की कांग्रेश छोड़ने का सिंधिया जी का एकमात्र मकसद मध्य प्रदेश का मुख्यमंत्री पद का न मिलना था। और यह भी सभी जानते हैं की सिंधिया जी की हार्दिक इच्छा भी यही है की एक बार मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री पद को संभाल कर जनता की सेवा करें।

भारतीय जनता पार्टी ने सिंधिया जी के साथ किए गए अपने वादे तो पूरे किए लेकिन कुछ ऐसा लगता है की भारतीय जनता पार्टी के कूटनीतिक लोग जोकि दिमाग से चाणक्य हैं सिंधिया जी के साथ कुछ चाल चल रहे हैं। यह इस बात से सिद्ध होता है की सिंधिया जी को मंत्रालय की जगह झुनझुना पकड़ा दिया गया है जिसमें एयर इंडिया के बिक जाने के बाद सिंधिया जी को कोई काम नहीं बचा है।
दूसरी तरफ भारतीय जनता पार्टी की यह नीति रही है कि वह छोटी मछलियों को जो अति महत्वकांक्षी होती हैं पहले अपने साथ शामिल करती है और फिर उस मछली को निगल जाती है इसका ताजा उदाहरण बिहार के मुकेश साहनी हैं।
और भी कई उदाहरण है जिन जिन दलों को भारतीय जनता पार्टी ने अपने साथ लिया आज उनका अस्तित्व शुन्य की तरफ अग्रसर है बिहार में नीतीश कुमार भी इसका एक उदाहरण है और भी बहुत से छोटे-छोटे दल जो कभी भारतीय जनता पार्टी को साथ दिया करते थे आज उनके नेताओं का नाम तक पता नहीं है।
कहने का मतलब इतना ही है समय रहते सिंधिया जी को अपनी लाइन तय कर लेना चाहिए यदि उनको मध्य प्रदेश का मुख्यमंत्री बनना है तो भारतीय जनता पार्टी के कद्दावर नेताओं से साफ-साफ इस संबंध में मशवरा कर लेना चाहिए या फिर समय रहते अपना रास्ता अलग से बना अपने पूर्व पिताजी की तरह मध्यप्रदेश में समय से पहले एक अलग दल का गठन कर प्रयास शुरू कर देना चाहिए। मध्य प्रदेश की जनता ज्योतिरादित्य सिंधिया जैसे ऊर्जावान और कर्मठ व्यक्ति की हमेशा कद्र करती है और एक बार मध्य प्रदेश की जनता भी उनको मुख्यमंत्री के रूप में देखना चाहती। खबर सोशल मीडिया से

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