उत्तराखंड में कांग्रेस के 19 विधायकों में से ​किसको मिलेगी नेता प्रतिपक्ष की कुर्सी, दौड़ में है ये चेहरे

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उत्तराखंड में धामी सरकार ने अपना कामकाज शुरु कर दिया है। गुरूवार को धामी मंत्रिमंडल की पहली बैठक भी सम्पन्न हो गई। साथ ही विधानसभा अध्यक्ष के लिए कोटद्वार विधायक ऋतु खंडूरी भूषण ने नामांकन भी करा लिया है। जो कि 26 मार्च को प्रदेश की पहली महिला विधानसभा अध्यक्ष के रुप में पदभार संभालने जा रही हैं। अब 5वीं विधानसभा के लिए नेता प्रतिपक्ष की तलाश शुरू हो गई है। जिसके लिए कांग्रेस में कई दावेदार सामने आ रहे हैं। अभी तक गढ़वाल से राजेन्द्र भंडारी और कुमाऊं से हरीश धामी की दावेदारी सामने आई है। हालांकि पिछली विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष की जिम्मेदारी संभालने वाले प्रीतम सिंह भी प्रमुख दावेदार माने जा रहे हैं।

19 विधायक में से आधा दर्जन दावेदार
प्रदेश में हुए विधानसभा चुनाव के रिजल्ट आने के बाद 5वीं विधानसभा अस्तित्व में आ चुकी है। इस बार ​विधानसभा में भाजपा के 47, कांग्रेस के 19, बसपा के 2 और निर्दलीय भी 2 जीतकर आए हैं। भाजपा ने सरकार गठन से लेकर सभी पदों पर लगभग ​तैनाती कर दी है। अब सबकी निगाहें कांग्रेस पर है। जो मुख्य विपक्षी होने के नाते नेता प्रतिपक्ष का चयन करेगी। लेकिन जिस तरह से कांग्रेस में हार के मंथन से पहले ही जमकर बयानबाजी हुई और हार के मंथन के दौरान भी एक दूसरे पर जमकर आरोप-प्रत्यारोप लगे हैं। उसके बाद कांग्रेस में नेता प्रतिपक्ष का चयन करना सबसे बड़ी टेंशन नजर आ रही है। कांग्रेस में 19 विधायक चुनकर आए हैं, जिसमें सभी दावेदार माने जा रहे हैं। लेकिन अनुभव के आधार पर 2 से 3 नाम ही प्रबल दावेदार माने जा रहे हैं। हालांकि धारचूला के विधायक हरीश धामी सबसे पहले अपनी दावेदारी जता चुके हैं।
जातीय और क्षेत्रीय संतुलन बैठाना जरुरी
जो सबसे प्रबल दावेदार हैं, उनमें नेता प्रतिपक्ष रहे प्रीतम सिंह का नाम भी सामने आ रहा है। लेकिन जिस तरह कांग्रेस में खुलकर युवा चेहरों को सामने लाने की बात हो रही है और चुनाव में हरीश रावत और प्रीतम सिंह खेमे पर गुटबाजी और टिकट बंटवारे को लेकर आरोप लगे हैं। उससे प्रीतम सिंह की जगह नेता प्रतिपक्ष की कुर्सी ​पर किसी नए चेहरे को मौका मिल सकता है। नेता प्रतिपक्ष के चयन में कांग्रेस जातीय और क्षेत्रीय समीकरण को भी ध्यान में रखेंगे। ऐसे में अगर गढ़वाल को मौका मिलता है तो गढ़वाल से कांग्रेस के 3 विधायक चुनकर आए हैं। जिनमें चकराता से प्रीतम सिंह के अलावा बद्रीनाथ विधायक राजेंद्र भंडारी, प्रतापनगर ​विधायक विक्रम सिंह नेगी हैं। बद्रीनाथ विधायक राजेंद्र भंडारी कैबिनेट मंत्री समेत कई अहम जिम्मेदारी निभा चुके हैं। कुमाऊं से कांग्रेस के 8 विधायक चुनकर आए हैं। ​जिनमें से यशपाल आर्य और हरीश धामी दावेदार माने जा रहे हैं। इसके अलावा तराई से 8 विधायक चुनकर आए हैं। इनमें भुवन कापड़ी, तिलकराज बेहड़ प्रमुख दावेदार माने जा रहे हैं। हालांकि कांग्रेस को नए प्रदेश अध्यक्ष की भी तलाश है, लेकिन कांग्रेस को पहले नेता प्रतिपक्ष का चयन करना है। जिसका कारण अगले सप्ताह से शुरू हो रहा विधानसभा का सत्र है। विधानसभा का सत्र शुरू होते ही नेता प्रतिपक्ष का होना जरुरी है। ऐसे में कांग्रेस के अंदर लॉबिंग शुरू हो गई है। कांग्रेसी सूत्रों का दावा है कि नेता प्रतिपक्ष गढ़वाल से ही होना तय है। जिसके बाद प्रदेश अध्यक्ष कुमाऊं से बनाया जा सकता है। खबर सोशल मीडिया से