आखिर क्या थी वजह,जिससे पत्नी और बेटी की हत्या करने पर हुआ मजबूर खुद की दी जान

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पटना में पत्नी व बेटी की हत्या के बाद खुद को गोली से उड़ाने वाले राजीव कुमार बेगूसराय के बलिया थाना क्षेत्र के भगतपुर गांव के मूल निवासी थे। पिता रामकिशुन सिंह व मां का निधन हो चुका है। वे तीन भाइयों में मंझले थे। बड़े भाई रंजीत कुमार मुरादाबाद कोर्ट में एडीजे हैं। छोटे भाई राहुल बलिया पटेल चौक पर दूध सेंटर का संचालन करते हैं। स्वजन ने बताया कि राजीव आज ही पटना गए थे। पता नहीं था कि इतना खतरनाक इरादा लेकर वहां गए हैं। वे काफी दिनों से अवसाद में थे। ला ग्रेजुएट थे। पहली शादी के वक्त दिल्ली तीस हजारी कोर्ट में वकालत करते थे।

फिर 2016 में बेगूसराय नगर निगम में संविदा के आधार पर नगर मिशन प्रबंधक के तौर पर बहाल हुए। गांव के करीब रहने के इरादे से यह नौकरी छोड़ बलिया नगर पंचायत में संविदा पर सिटी मैनेजर बन गए। एक साल पहले वह नौकरी भी छोड़ दी। फिलहाल वह छोटे भाई के दूध सेंटर में भाई का सहयोग करते थे। स्वजन की मानें तो पत्नी की मौत के बाद साली से दूसरी शादी के बाद दोनों के रिश्ते में खटास पैदा हो गई थी। पहली पत्नी से हुई पुत्री को भी उनके घर आने नहीं दिया जा रहा था। इससे राजीव परेशान रह रहे थे। राजीव समेत उनके परिवार के किसी सदस्य का आपराधिक इतिहास नहीं रहा है।

नहीं सुनते ही राजीव ने दबा दिया ट्रिगर

जागरण संवाददाता, पटना : बेटी सारा को पिस्टल दिखा राजीव ने पूछा- तुम साथ चलोगी कि नहीं? पिस्टल देखते ही सारा घबरा गई। उसने नहीं-नहीं कहा तो राजीव ने एक कदम आगे बढ़ाया। सारा ने नजरें झुका लीं, लेकिन राजीव का दिल नहीं पसीजा। उन्होंने सारा के ललाट पर पिस्टल सटाई और ट्रिगर दबा दिया। गोली चलते ही वह जमीन पर बेसुध गिर पड़ी। तभी प्रियंका चिल्लाईं- ये क्या किया? राजीव बोले- तुम हीं सबकी जड़ हो। इतने कहते ही प्वाइंट ब्लैंक रेंज से उन्हें भी गोली मार दी। फिर, प्रियंका की मां शशि हड़बड़ाते हुए नतिनी की तरफ गईं। वह बचाओ, बचाओ चिल्ला रही थीं, तभी राजीव ने कहा- हमको कोई नहीं पकड़ सकता। उन्होंने कनपटी में पिस्टल को सटाकर खुद को भी गोली से उड़ा लिया। ये पूरा वाकया 12:33 से 12:35 के बीच अनिसाबाद पुलिस कालोनी में ए सेक्टर के मकान संख्या ए-37 की बाउंड्री के बाहर हुआ।

बेटी को साथ ले जाने के लिए बना रहे थे दबाव

दरअसल, दूसरी पत्नी प्रियंका से तलाक के बाद वह बेटी संस्कृति उर्फ सारा को साथ लेकर जाने के लिए बार-बार दबाव बना रहे थे। राजीव को जानकारी हुई कि प्रियंका अपनी मां और उनकी बेटी के साथ बेगूसराय के बिहट में मसनदपुर गांव स्थित एक रिश्तेदार के घर शादी में आईं हैं। तभी से उन्होंने पीछा करना शुरू कर दिया। गुरुवार की सुबह राजीव भी पटना पहुंच गए और प्रियंका से दस मिनट पहले उनके घर के बाहर खड़े होकर इंतजार करने लगे। जब प्रियंका, शशि प्रभा और संस्कृति मकान का छोटा गेट खोल कर अंदर जाने लगीं तो राजीव ने उन्हें रोक दिया। सारा चौखट पर ही खड़ी थीं। राजीव ने उससे पूछा- तुमको मेरे साथ चलने में क्या प्राब्लम है? सारा बोली- आपका विहेवियर (व्यवहार) सही नहीं है।

सीसीटीवी कैमरे में कैद हो गई वारदात

घर के बाहर प्रियंका तमाशा नहीं बनाना चाहती थीं, इसलिए उन्होंने आगे चलने को बोला। तीनों महिलाएं आगे थीं। राजीव उनके पीछे थे। वे राजीव को यहां नहीं आने की हिदायत दे रही थीं। इस बीच सारा का रूमाल नीचे गिर गया। उसने जैसे ही उठाया कि राजीव बाईं तरफ बढ़े। कमर से पिस्टल निकाली, फिर तेज कदमों ने तीनों के आगे जाकर पिस्टल तान दी। यह पूरी वारदात मकान के सामने लगे सीसीटीवी कैमरे में कैद हो गई थी।

सन्न पड़ गई थीं शशि प्रभा

एकाएक तीन राउंड फायरिंग और तीन लोगों के खून से लथपथ शव को देख शशि प्रभा सन्न पड़ गईं। उनके मुंह से आवाज तक नहीं निकल रही थी। पुलिस ने मौके पर पहुंचने के बाद शशि प्रभा को एक निजी नर्सिंग होम में भेजा। उनके कुछ रिश्तेदारों को बुलाया गया। पड़ोसी भी घटना की सूचना पाकर पहुंच गए।

बेगूसराय से पीछे करते पटना आए

पटना के एसएसपी डा. मानवजीत सिंह ढिल्लों ने बताया कि दोपहर 12:40 बजे सूचना मिली। सचिवालय एएसपी, सिटी एसपी भी पहुंचे। छानबीन में पाया गया कि राजीव ने बेटी संस्कृति और पत्नी प्रियंका की गोली मारकर हत्या कर दी, फिर उसी पिस्टल से खुदकुशी कर ली। राजीव बेगूसराय से पीछा करते पटना आए थे। पिस्टल बैलेस्टिक जांच के लिए भेजा जाएगा। पारिवारिक कलह में वारदात को अंजाम दिया गया। विवाद का कारण पता लगाया जा रहा है।