नवरात्र माता को क्या-क्या भोग लगाएं।

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नवरात्र में माता को क्या-क्या भोग लगाएं?
नवरात्रि के दिनों में मां दुर्गा की विशेष पूजा-अर्चना की जाती है। साथ ही उन्हें भोग, वस्त्र, फल-फूल और बहुत सारी वस्तुएं चढ़ाने का भी विधान है। ऐसा भी माना जाता है, कि पूजा के दौरान अलग-अलग चीजों का भोग लगाने से, मां बहुत जल्दी प्रसन्न होती हैं और भक्तों की सारी मनोकामनाएं पूरी करती हैं। तो आइए जानते हैं, कि कौन सी देवी को क्या भोग लगाने से माँ दुर्गा प्रसन्न होती हैं।

  1. पहला दिन – माँ शैलपुत्री

नवरात्रि का पहला दिन माँ शैलपुत्री का होता है। इस दिन माता की विधि पूर्वक पूजा के साथ ही, गाय का शुद्ध घी या फिर उससे बने पदार्थों का भोग लगाया जाता है। ऐसा करने से, भक्तों को सभी कष्टों और रोगों से मुक्ति मिलती है। इस दिन आप बादाम का हलवा भी बना सकते हैं।

बादाम का हलवा बनाने के लिए:

सबसे पहले बादाम को हल्का उबालें
उन्हें छीलकर इसका दरदरा पेस्ट बनाएं।
इसके बाद, एक पैन में देसी घी गर्म करें और इसमें पेस्ट डाल दें।
फिर इसमें चीनी डालकर धीमी
आंच पर हलवे को सुनहरा रंग होने तक पकाएं।
इस तरह, बादाम के हलवे का

भोग बनकर तैयार हो जायेगा।
. दूसरा दिन – माँ ब्रह्मचारिणी

नवरात्रि के दूसरे दिन माँ ब्रह्मचारिणी को चीनी, सफेद मिठाई या मिश्री का भोग लगाया जाता है। इस दिन, आप घर पर काजू की बर्फी भी बना सकते हैं।

काजू की बर्फी बनाने के लिए:

सबसे पहले थोड़े से काजू लेकर, उसे पीस लें लें।
फिर उसमें मिल्क पाउडर मिलाएं और चाशनी तैयार करें।
इसके बाद, काजू पाउडर को चाशनी में डालें
फिर मिठाई को मनचाहे आकार में काट लें
तीसरा दिन – माँ चंद्रघंटा

नवरात्रि का तीसरा दिन देवी चंद्रघंटा का होता है, जिनको दूध से बनी मिठाई और खीर अत्यधिक प्रिय है। इस दिन, दूध से बनी चीज़ का भोग लगाकर ब्राह्मणों को दान करने से सभी प्रकार के दुख और पीड़ा दूर हो जाती है। ऐसे में, आप भोग में मखाने की खीर बनाएं।

मखाने की खीर बनाने के लिए:

सबसे पहले एक पैन में मखाने को भून लें और ठंडा हो जाने पर, उसे बारीक पीस लें।
इसके बाद, एक पैन में दूध, मखाना, चीनी, मेवे और इलायची पाउडर डाल कर उसे अच्छे से मिला दें।
धीमी आंच पर पकाएं।
इस तरह, आपकी मखाने की खीर तैयार है।

  1. चौथा दिन – माँ कूष्मांड

माँ दुर्गा के कूष्मांडा स्वरूप की पूजा नवरात्रि के चौथे दिन की जाती है। इस दिन मालपुए का भोग लगाया जाता है। यदि आप किसी कारणवश मालपुए का भोग न लगा पाएं तो मातारानी को गुड़ का भोग भी लगाया जा सकता है।

मालपुए बनाने के लिए:

सबसे पहले दूध में चीनी डालकर एक घंटे के लिए रख दें।
इसके बाद, एक बर्तन में आटा छानें।
फिर इसमें सौंफ, इलायची और नारियल का बुरादा डालकर मिलाएं।
जब दूध में चीनी घुल जाए, तो इसको आटे में डालें और मिलाएं।
इसके बाद एक कड़ाही में घी डालकर उसको गर्म करें, फिर उसे पूरी के आकार में घी में डालें।
मालपुआ को दोनों तरफ से पलट कर लाल होने तक सेकें और फिर माता को इसका भोग लगाएं।
. पाचवां दिन – माँ स्कंदमाता

नवरात्र के पांचवे दिन स्कंदमाता को केले का भोग लगाना चाहिए और इसका दान भी करना चाहिए। इससे माँ, प्रसन्न होकर अच्छी सेहत का वरदान देती हैं। साथ ही यश एवं सुख-समृद्धि भी प्रदान करती हैं।

  1. छठां दिन – माँ कात्यायनी

देवी कात्यायनी को प्रसन्न करने के लिए नवरात्रि के छठे दिन शहद का भोग लगाना चाहिए। ऐसा करने से जीवन में मधुरता आती है। शहद का भोग मातारानी को भी अतिप्रिय है। ऐसे में आप शहद का प्रयोग कर के कद्दू का हलवा भी बना सकते हैं।

  1. सातवां दिन – माँ कालरात्रि

सातवे दिन मां कालरात्रि को गुड़ या मेवों से बनी चीजों का भोग लगाएं। इससे माँ आपके उपर आने वाले सभी संकटों से आपको दूर रखेंगी। ऐसे में, आप गुड़ ओर मेवे से बने लड्डू का भोग लगाएं।

लड्डू बनाने के लिए:

मेवे को बारीक काट लें और देशी घी में भून लें।
इसके बाद, गुड़ को कड़ाही में डालें
पिघलने पर उसमें कटे हुए मेवे डाले।
हल्का ठंडा होने पर उसके लड्डू बना लें और माता रानी को भोग लगाए।
आठवां दिन – माँ महागौरी

आठवें दिन महागौरी को नारियल या उससे बनी मिठाइयों का भोग लगाएं, इससे मां खुश होती हैं और अपने भक्तों की सभी मनोकामनाएं पूरी करती हैं। ऐसे में, आप माता के लिए घर पर नारियल के लड्डू बना सकते हैं।

नारियल लड्डू बनाने के लिए:

कसे हुए नारियल गोले को हल्की आंच पर एक कढ़ाई में भून लें।
इसके बाद, इसमें दूध और खोए मिलाकर फिर से अच्छे से भुनें।
फिर ठंडा होने पर लड्डू बना लें और माता को भोग चढ़ा दें।

  1. नौवां दिन – माँ सिद्धिदात्री

नवरात्रि के आखिरी दिन मां दुर्गा के नौवें स्वरूप सिद्धिदात्री की पूजा होती है। इस दिन, खासतौर पर मां को तिल का भोग लगाते हैं। ऐसे में आप तिल के लड्डू भी बना सकते हैं या अनार भी अर्पित कर सकते हैं।