BJP के एक तीर से तीन निशाने: VIP चित, चिराग पासवान आए भाजपा के साथ तो HAM के बदले सुर

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बिहार में इन दिनों विधानसभा उपचुनाव और MLC चुनाव को लेकर माहौल गर्माया हुआ है. अब चिराग पासवान खुलकर BJP के साथ आते दिख रहे हैं तो पूर्व मुख्‍यमंत्री जीतन राम मांझी की पार्टी के तेवर भी नरम पड़ गए हैं. दूसरी तरफ, मुकेश सहनी की VIP को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है.
. MLC चुनाव को लेकर बिहार की राजनीति काफी गरमाई हुई है. इसी क्रम में प्रदेश की राजनीति में बुधवार को एक साथ कई उलटफेर देखने को मिले. एक तरफ जहां मुकेश सहनी को भाजपा ने बड़ा झटका दिया तो वहीं दूसरी तरफ कल तक VIP के समर्थन में बोलने वाली जीतन राम मांझी की हिन्‍दुस्‍तानी आवाम मोर्चा (HAM) ने भी अपना पल्ला झाड़ लिया है. दूसरी तरफ चिराग पासवान की राजनीति में भी बड़ा बदलाव देखने को मिला. चिराग पासवान लंबे वक्त के बाद भाजपा के साथ खुलकर खड़े होते दिखे. अब तक चिराग पासवान यह कहते थे कि अगले चुनाव के समय ही गठबंधन के बारे में सोचेंगे. साल 2020 के विधानसभा चुनाव के बाद जो भी उपचुनाव हुए उसमें भी चिराग की पार्टी अकेले दम पर चुनाव लड़ती नजर आई. लेकिन, अब तस्वीर बदली-बदली सी नजर आ रही है.

12 अप्रैल को होने वाले बोचहा उपचुनाव में चिराग पासवान ने भाजपा को समर्थन देने का फैसला किया है. चिराग पासवान की पार्टी लोजपा (रामविलास) भाजपा उम्मीदवार बेबी कुमारी को अपना समर्थन देगी. चिराग की पार्टी ने अपना कोई प्रत्याशी खड़ा नहीं किया है. भाजपा के पक्ष में चिराग पासवान प्रचार करने जाएंगे या नहीं इस पर अभी बहुत कुछ स्पष्ट नहीं है. लोजपा (रामविलास) के प्रदेश अध्यक्ष राजू तिवारी और प्रदेश संसदीय बोर्ड के अध्यक्ष हुलास पांडे ने विधानसभा चुनाव में उम्मीदवार उतारने का फैसला राष्ट्रीय अध्यक्ष पर छोड़ रखा था, लेकिन चिराग पासवान ने भाजपा को समर्थन देने का फैसला किया है.

एक मुलाकात और बन गई बात

भाजपा सांसद अजय निषाद ने नई दिल्ली में चिराग पासवान से मुलाकात की थी और उनसे उपचुनाव में उम्मीदवार न उतारने का आग्रह किया था. इन दोनों की मुलाकात से यह तय हो गया था कि चिराग पासवान भाजपा को ही सहयोग करेंगे. चिराग पासवान के साथ आने से भाजपा को बोचहा उपचुनाव में काफी फायदा मिल सकता है. अब बड़ा सवाल यह है कि क्‍या चिराग पासवान भाजपा की ओर से चुनाव प्रचार भी करेंगे?

हैरान कर देने वाला फैसला एनडीए के घटक दल HAM पार्टी का रहा. भाजपा द्वारा वीआईपी के 3 विधायकों को अपनी पार्टी में मिला लेने के बाद हम का सुर अचानक से बदलता नजर आया. पार्टी के राष्ट्रीय प्रवक्ता दानिश रिजवान ने कहा कि यह मुकेश सहनी की वीआईपी पार्टी और भाजपा के बीच का मामला है और एनडीए के दूसरे घटक दलों को इससे कुछ लेना देना नहीं है. दानिश रिजवान ने कहा कि बिहार में नीतीश कुमार के नेतृत्व में NDA की सरकार मजबूत स्थिति में है. हालांकि, इसके पहले दानिश रिजवान ने वीआईपी पार्टी की दावेदारी के समर्थन में बयान दिया था. अब VIP का हश्र देख मांझी की पार्टी पलट गई है.