यूपी के हथियार तस्करों का ट्रांजिट प्वाइंट है बैरिया बस स्टैंड, पहुंचती है कारतूस की बड़ी खेप

खबर शेयर करें

यूपी के हथियार तस्करों का ट्रांजिट प्वाइंट है बैरिया बस स्टैंड, पहुंचती है कारतूस की बड़ी खेप

अंतरराज्यीय हथियार तस्करों के लिए बैरिया बस स्टैंड ट्रांजिट प्वाइंट बन गया है। यहां पहले भी उत्तर प्रदेश से कारतूस की कई बड़ी खेप पहुंचाई गई थी। दो साल पहले एसटीएफ-एसओजी-प्रथम पटना व जिला पुलिस की टीम ने संयुक्त रूप से कार्रवाई कर कारतूस की एक बड़ी खेप यहां पकड़ी थी। चार तस्करों को गिरफ्तार किया था। इसमें एक मंदिर का पुजारी भी शामिल था। इसके पास से पांच सौ कारतूस बरामद किए गए थे। बैरिया लाई जा रही कारतूस की बड़ी खेप को रेल पुलिस ने शुक्रवार को यूपी के टुंडला स्टेशन पर पकड़ा है। सात सौ कारतूस की खेप के साथ फिरोजाबाद के शादाब व फैजान को गिरफ्तार किया है। इन दोनों ने टुंडला में जीआरपी को बताया कि मुजफ्फरपुर के बैरिया बस स्टैंड के निकट के रहने वाले विक्की को कारतूस की यह खेप सौंपी जानी थी। इससे पहले भी वह दो बार उसे कारतूस की खेप पहुंचा चुका है। विक्की कौन है? कहां का रहने वाला है? उसका असली नाम क्या है? पुलिस इसका पता लगा रही है। 

दो साल पहले महिला भी हुई थी गिरफ्तार

वर्ष 2020 में बैरिया में यूपी से कारतूस की बड़ी खेप पहुंचने की सूचना पर एसटीएफ एसओजी-प्रथम पटना व जिला पुलिस की टीम ने छापेमारी की। बैरिया बस स्टैंड के निकट से पांच सौ कारतूस बरामद की गई थी। इसमें 7.65 एमएम की चार सौ व 0.315 बोर की सौ कारतूस शामिल था। इस टीम ने सरैया थाना के गोपी धनवत गांव के रवि पांडेय, पूर्वी चंपारण जिला के मधुबन के वली आलम, नगर थाना के ठाकुरबाड़ी मोहल्ला के इरशाद आलम और बेगूसराय जिला के मंसूरचक थाना के समसा गांव की रवीना खातुन को गिरफ्तार किया। पूछताछ में इन लोगों ने पुलिस को बताया कि उत्तर प्रदेश से कारतूस की खेप बैरिया पहुंचाई गई थी। यहीं से कारतूस मुजफ्फरपुर, सीतामढ़ी व मोतिहारी पहुंचाने की तैयारी थी। रवि पांडेय बैरिया में कारतूस की खेप लेने पहुंचा था कि पुलिस टीम ने उसे गिरफ्तार कर लिया। किसी को शक नहीं हो इसलिए महिला हथियार तस्कर को कैरियर के रूप में इस्तेमाल किया जा रहा था।

तीन साल पहले फकुली में पकड़ी गई थी कारतूस की बड़ी खेप

वर्ष 2019 के सितंबर में एसटीएफ व जिला पुलिस की संयुक्त टीम ने फकुली के निकट बस की घेराबंदी कर यूपी से लायी जा रही 1610 कारतूस बरामद की थी। इसमें 7.65 एमएम की 13 सौ, 30 बोर की सौ व 0.315 बोर की 180 व 12 बोर की 30 कारतूस शामिल था। टीम ने हथियार तस्कर गायघाट के आशिक अंसारी, मुशहरी के शमशेर व दरभंगा के अकील को गिरफ्तार किया था। पुलिस की पूछताछ में तीनों ने कारतूस की खेप यूपी से लाए जाने की बात स्वीकार की थी।

चार साल पहले भी यूपी से कारतूस लाने की मिली थी जानकारी

वर्ष 2018 में मुजफ्फरपुर रेलवे स्टेशन पर अवध असम एक्सप्रेस ट्रेन से 303 बोर के 803 कारतूस के साथ हथियार तस्कर महफूज आलम उर्फ बबलू को रेल थाना पुलिस ने गिरफ्तार किया था। वह मुशहरी का रहने वाला था। उसने भी यूपी से कारतूस की खेप लाने की बात जीआरपी को बताई थी। एसएसपी जयंतकांत ने कहा कि यूपी के टुंडला स्टेशन पर सात सौ कारतूस के साथ दो तस्करों की गिरफ्तारी के मामले में यूपी पुलिस ने संपर्क किया है। कारतूस की इस खेप को बैरिया बस स्टैंड के निकट रहने वाले किसी विक्की को सौंपने की बात बताई जा रही है। विक्की की पहचान व मामले का सत्यापन कराया जा रहा है। यूपी पुलिस लगातार उनके संपर्क में है।