पढ़े कैसे हुई कंस वध की भविष्यवाणी

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युगों पहले, मथुरा का राजा उग्रसेन था। उनके दो बच्चे थे – कंस नाम का एक बेटा और देवकी नाम की एक बेटी। देवकी एक नेकदिल इंसान थी, लेकिन कंस का शैतानी दिमाग था। जब वह बड़ा हुआ, तो उसने अपने पिता को जेल में डाल दिया और खुद राजा बन गया।

इस बीच, उनकी बहन देवकी की शादी वासुदेव से हो गयी। कंस अपनी बहन को ससुराल ले जा रहा था, तभी आकाशवाणी हुयी  – “तुम्हारी बहन का आठवां बेटा के हाथ तुम्हारा अंत होगा ।

कंस अपनी बहन की जान बचाने के लिए उसे मौत के घाट उतार देना चाहता था। लेकिन वासुदेव ने कंस से उसकी पत्नी को बख्शने की भीख मांगी। उसने वादा किया कि वह उनके हर बच्चे को सौंप देगा। फिर कंस ने बासुदेव और अपनी बहन देवकी को सलाखों के पीछे डाल दिया।