गोद में बच्चा लिए महिला को कंडक्टर ने सीट से उठाया, घंटों किया खड़े-खड़े सफर, 3 निलंबित

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ऋषिकेश : गोद में बच्चे को लेकर सफर कर रही महिला यात्री को सीट से उठाने पर तीन के खिलाफ कार्रवाई की गई है। जानकारी मिली है कि महिला अपने बच्चे को गोद में लिए ऋषिकेश डिपो की रोडवेज बस में रुपैड़ि‍या जा रही थी। नेपाल की महिला यात्री को चालक-परिचालक ने जबरन सीट से उठाकर वहां सामान लाद दिया। महिला ने बच्चे को गोद में लेकर खड़े-खड़े सफर तय किया। बस में सफर कर रहे किसी छात्र ने इस पूरे वाक्या का वीडियो बना लिया और परिवहन निगम अधिकारियों को भेज दी।

वहीं देहरादून मंडल प्रबंधक संजय गुप्ता ने वीडियो की जांच की तो मामला सही पाया गया। इसके बाद बुधवार शाम मंडल प्रबंधक ने नियमित परिचालक संजय वर्मा को निलंबित कर दिया है जबकि बस में सवार दोनों विशेष श्रेणी संविदा चालकों को बर्खास्त करने के आदेश जारी कर दिए हैं।

आपको बता दें कि मामला ऋषिकेश-रुपैड़ि‍या मार्ग का 14 मार्च का बताया जा रहा है। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार ऋषिकेश डिपो की रोडवेज बस (यूके07-पीए-3082) नेपाल के यात्रियों से पूरी तरह पैक थी। बस में इमरजेंसी द्वार वाली सीट पर एक नेपाली महिला गोद में बच्चे को लिए बैठी हुई थी। बस के नजीबाबाद पहुंचने पर परिचालक ने आपातकालीन द्वार खोलकर वहां से सामान बस में चढ़ाया और महिला को जबरन सीट से उठा दिया। सामान सीट पर रखने और जबरन उठाने का महिला ने विरोध किया तो परिचालक ने उससे बदसलूकी की और बस से उतारने की धमकी दी। जब अन्य यात्रियों ने विरोध किया तो बस के दोनों चालक भी बीच गैलरी में आ गए और महिला और शेष यात्रियों को धमकाया। लंबी दूरी के कारण इस बस पर दो चालक तैनात रहते हैं। बस से उतारने की धमकी देखकर सब चुप हो गए. महिला नेे बच्चे को गोद में लेकर कई घंटों तक खड़े खड़े सफर तय किया वो भी रुपैड़ि‍या तक। किसी छात्र ने इस वाक्या का वीडियो बनाया और संबंधित विभाग के अधिकारियों को दिया जिसके बाद तीनों पर कार्रवाई की गई।