सितारगंज बड़ी खबर सूखी नदी का जलस्तर बढ़ने से तटवर्ती इलाकों के ग्रामीणों में दहशत का माहौल प्रशासन अलर्ट मोड पर

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सूखी नदी का जल स्तर बढ़ा, तटवर्ती इलाकों में दहशत बाढ़ जैसे हालात प्रशासन ने जारी किया अलर्ट
सितारगंज। पर्वतीय इलाकों में लगातार हो रही बरसात से नदी नाले उफान पर हैं। शुक्रवार को सितारगंज क्षेत्र में सूखी नदी का जलस्तर बढ़ने से तटवर्ती इलाकों के ग्रामीणों में दहशत का माहौल है। शुक्रवार शाम को सूखी नदी का जलस्तर लगभग ढाई मीटर तक बढ़ गया है। प्रशासन ने भी लोगों को अलर्ट किया है।
मौसम विभाग के अनुसार सितारगंज में पिछले 24 घंटों में 110 एमएम बारिश हुई है। इस कारण नदियों में पानी बढ़ गया है। सिंचाई विभाग के अधिशासी अभियंता बीसी नैनवाल का कहना है कि नदी में जलस्तर बढ़ने से कुछ स्थानों पर क्षति की संभावना है। विभाग की ओर से आवश्यक उपाय किये जा रहे हैं। बमनपुरी ग्राम के समीप नदी पर स्थित सितारगंज से शक्तिफार्म जाने वाले पुल को कोई छति ना हो और नदी के आसपास की भूमि के कटाव होने पर ग्रामीणों को नदी के जल से कोई नुकसान न पहुँचे। उन्होंने ग्रामीणों से अपील भी की है कि वे बिल्कुल भी डरें नही प्रशासन की व्यवस्था बिल्कुल दुरुस्त है। उन्होंने लोगों को नदी के किनारे जाने से बचने की सलाह दी है। हांलकि गांव के ही एक ग्रामीण का कहना ही कि सूखी नदी से पार जाने का ये पुल केवल 100 टन भार ले जाने के लिए बनाया गया है। लेकिन स्टोन क्रशर से 150 कुंतल से भी ज्यादा भार के वाहन इस पुल से गुजरते हैं।जिनको रोकने जे लिए हमने जिलाधिकारी को भी ज्ञापन दिया है। उसके बाद भी अभी तक इन ओवरलोड वाहनों की आवाजाही बंद कराने के लिए प्रशासन ने कोई कदम नही उठाया है। अब लगता है तब तक कोई अनहोनी नही होगी तब तक प्रशाशन नही जागेगा। कैबिनेट मंत्री सौरभ बहुगुणा के प्रतिनिधि उमाशंकर दुबे ने प्रशासन के साथ बाढ़ वाले स्थानों का निरीक्षण किया और राहत बचाव के निर्देश दिए किन स्थानों में पानी भर गया है वहां से ग्रामीणों को सुरक्षित निकालकर स्कूलों में रखा जा रहा है। कैबिनेट मंत्री सौरभ भगवान के प्रतिनिधि उमाशंकर दुबे ने कहा कि कैबिनेट मंत्री सौरभ भावना के आदेश के बाद बाढ़ पीड़ित इलाकों में जाकर प्रशासन के साथ लोगों को सुरक्षित स्थानों में भेज दिया है।

रिपोर्टर नवीन भट्ट सितारगंज