रिटायर्ड दारोगा बनकर मुरादाबाद में रह रहा था 10000 का इनामी

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उधमसिंह नगर के रुद्रपुर में रहते हुए आरोपी के तीन बेटों लोकेन्द्र, कपिल व जितेन्द्र ने ट्रांजिट कैम्प थाना के होली चौक के पास अपने एक साथी दीपक बिष्ट के साथ मिलकर दो लोगों को चाकुओं से बुरी तरह से गोद दिया। इनमें से गौरव अरोड़ा की मौत हो गई थी जबकि मनोज पंत को 186 टांके आए थे।

उधमसिंह नगर के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक टीएस मंजूनाथ ने रविवार को रूद्रपुर में इस मामले पर से पर्दा उठाते हुए कहा कि पुलिस ने इस घटना के बाद मामला दर्ज कर चारों आरोपियों को जेल भेज दिया। शातिर दिमाग अनिल कुमार सिंह उर्फ खुशालपाल सिंह ने यहीं से चाल चली और अपने दो बेटों कपिल व जितेन्द्र को अपराध से बचाने के लिये फर्जी दस्तावेज तैयार कर नाबालिग घोषित कर दिया। हालांकि अदालत में उसकी पोल खुल गयी और दस्तावेजों के परीक्षण के बाद वह अपनी चाल में सफल नहीं हो पाया।
इसके बाद किशोर न्याय बोर्ड की ओर से आरोपी के खिलाफ धारा 420, 467, 468 व 471 में रुद्रपुर के पंतनगर थाना में सन् 2012 में दो अभियोग पंजीकृत किये गये। आरोपी तभी से फरार था और लगातार पुलिस की आंखों में धूल झोंक रहा था। पुलिस ने आरोपी पर 10 हजार का इनाम भी घोषित कर दिया