धार्मिक यात्रा: ये हैं भारत के 5 सबसे प्रसिद्ध हनुमान मंदिर, जहां देशभर से दर्शन के लिए आते हैं श्रद्धालु

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भारत में उत्तर से लेकर दक्षिण तक कई प्रसिद्ध और प्राचीन हनुमान मंदिर है. इन हनुमान मंदिरों की बेहद मान्यता है और इनके बारे में कहा जाता है कि यहां हनुमान जी स्वयंभू प्रकट हुए हैं. वैसे भी हनुमान जी को कलयुग का अधिष्ठाता देव माना गया है. उन्हें संकटमोचन कहा जाता है. वह सबसे ज्यादा जल्दी प्रसन्न होने वाले देव हैं. यह भी कहा जाता है कि हनुमान जी कलयुग के अंत तक अपने शरीर में ही रहेंगे.
वह इस धरती पर हमारे बीच सशरीर मौजूद हैं. श्रीराम की कृपा पाने के लिए हर इंसान को पहले हनुमान जी की शरण में जाना होता है और उनकी पूजा-अर्चना करनी होती है. कलयुग में सबसे ज्यादा साक्षात और जाग्रत देव अगर कोई है, तो वह हनुमान जी हैं. उनके सामने किसी भी प्रकार की मायावी शक्ति ठहर नहीं सकती है. आइये जानते हैं देश के कुछ प्रसिद्ध हनुमान मंदिरों के बारे में जहां की काफी मान्यता है और देश के कोने-कोने से श्रद्धालु इन मंदिरों में हनुमान जी के दर्शन के लिए आते हैं.

बालाजी मंदिर, मेहंदीपुर (राजस्थान)
राजस्थान के दौसा जिले के पास दो पहाडिय़ों के बीच बसा हुआ मेहंदीपुर है. यहीं बालाजी मंदिर है. यहां चट्टान पर स्वयंभू हनुमान जी की आकृति उभर कर आई हुई थी. इस स्थान को हनुमान जी का सबसे जाग्रत स्थान माना जाता है और यहां देश के कोने-कोने से श्रद्धालु हनुमान जी के दर्शन के लिए आते हैं. यह मंदिर करीब 1 हजार साल पुराना है. यहां पर हनुमान जी के साथ ही भैरव बाबा, प्रेतराज सरकार और कोतवाल कप्तान की पूजा होती है. इस मंदिर की सीमा में प्रवेश करने से पहले आपको खाने-पीने की सभी चीजें बाहर रखनी होती है. अब यहां प्रसाद के रूप में पुड़ी और सब्जी मिलने लगी हैं, जिसे पहले हनुमान जी को भोग लगाया जाता है.
सालासर हनुमान मंदिर, सालासर(राजस्थान)
सालासर हनुमान मंदिर भी राजस्थान में ही है. हनुमान जी का यह प्रसिद्ध मंदिर राजस्थान के चूरू जिले में है. यहां भी हनुमान जी की स्वयंभू प्रतिमा प्रकट हुई है. इस गांव का नाम सालासर है, जिस वजह से मंदिर का नाम सालासर बालाजी पड़ा. यह पहला ऐसा हनुमान मंदिर है, जहां बाबा की प्रतिमा दाड़ी व मूंछ वाली है. यह एक किसान को खेत में मिली थी, जिसे सालासर में सोने के सिंहासन पर स्थापित किया गया है.

हनुमान धारा, चित्रकूट
उत्तर प्रदेश में सीतापुर के पास हनुमान धारा मंदिर है. यह मंदिर काफी प्रसिद्ध है और यहां दूर-दूर से श्रद्धालु आते हैं. यहां हनुमान जी की मूर्ति के ठीक ऊपर दो कुंड हैं, जो भरे रहते हैं. इस वजह से इसे हनुमान धारा मंदिर कहा जाता है.
हनुमान मंदिर, इलाहबाद
उत्तर प्रदेश के इलाहबाद में एकमात्र ऐसा हनुमान मंदिर है जहां हनुमान जी लेटे हुए हैं. इस मंदिर को लेटे हुए हनुमान मंदिर काहा जाता है. यह मंदिर काफी प्राचीन है और यहां हनुमान जी की प्रतिमा लेटे हुए है जिस वजह से इसका नाम भी लेटे हुए हनुमान मंदिर पड़ा. यह मूर्ति 20 फीट लम्बी है.

हनुमानगढ़ी, अयोध्या
अयोध्या में प्रसिद्ध हनुमानगढ़ी मंदिर है. इस मंदिर में दर्शन के लिए दूर-दूर से श्रद्धालु आते हैं. इस मंदिर की स्थापना करीब 300 साल पहले स्वामी अभयारामदास जी ने की थी. वैसे भी अयोध्या भगवान श्रीराम की जन्मस्थली है. जिस वजह से भी इस हनुमान मंदिर की लोकप्रियता काफी ज्यादा बढ़ जाती है.
आभार सोशल मीडिया