पुष्कर सिंह धामी की पत्नी से मिलिए, पति को दोबारा मुख्यमंत्री बनने पर क्या बोलीं, चुनाव हारने की वजह भी बताई

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देहरादून (उत्तराखंड). पिथौरागढ़ से लेकर देहरादून तक मंगलगीत गाए जा रहे हैं, चौंक-चौराहों से लेकर सरकारी इमारतों को दुल्हन की तरह सजा दिया गया है। क्योंकि 46 साल के पुष्कर सिंह धामी एक बार फिर से देवभूमि कहे जाने वाले उत्तराखंड के मुख्यमंत्री जो बनने जा रहे हैं। धामी के परिवार-पत्नी से लेकर उनके सर्मपित कार्यकर्ता खुशियां मना रहे हैं। हर कोई एक-दूसरे को बधाई और शुभकामनाएं दे रहा है। वहीं सीएम की पत्नी गीता धामी ने पति की मुख्यमंत्री शपथ से लेकर उनके खटीमा विधानसभा से विधायक का चुनाव हार जाने को लेकर मीडिया के सामने खुलकर बात की है।

पुष्कर सिंह धामी को दोबारा सीएम बनने पर पत्नी यह बोलीं…
दरअसल, मीडिया ने जब धामी की पत्नी से पूछा कि आपको कैसा लग रहा है जब आपके पति दूसरी बार सीएम की कुर्सी तक पहुंचे हैं? तो मुख्यमंत्री की पत्नी ने कहा-पति के मुख्यमंत्री बनने से पूरा राज्य गौरवान्वित हुआ है। मुझे धामी जी पर पूरा भरोसा है कि उन्होंने जिस तरह से 6 महीने के कार्यकाल में जनता के हित में जो कार्य किया वह आने वाले दिनों में और तेज होगा। साथ ही उन्होंने कहा-मैं केंद्रीय नेताओं और खास तौर पर प्रधानमंत्री जी के लिए धन्यवाद देती हूं, जिन्होंने एक बार फिर से विश्वास जताते हुए इतनी बड़ी जिम्मेदारी पुना: दी है।

पुष्कर सिंह धामी की हार की वजह पत्नी ने बताई
वहीं जब पत्रकार ने धामी की पत्नी से पूछा कि आप पूरे इलेक्शन कैंपियन में खटीमा में रहीं, फिर भी आपके पति चुनाव हार गए, क्या वजह रही। इस सवाल का जवाब देते हुए गीता धामी ने कहा-हां हार की टीस तो है, लेकिन पूरे उत्तराखंड में जिस तरह स पूर्ण बहूमत से बीजेपी जीती है वह ज्यादा खुशी है। उन्होंने कहा-धामी जी के ऊपर पूरे प्रदेश का भार था, उन्हें जो जिम्मेदारी दी उसे बाखूबी निभाया भी। हो सकता है कि इस दौरान कहीं ना कहीं कुछ चूक रह गई होगी। जो खटीमा के लोगों को वह अपनी बात नहीं पहुंचा पाए होंगे। जिससे वहां की जनता की उम्मीदों पर खरा नहीं उतर पाए हों। धामी जी उतना समय खटीमा में नहीं दे पाए जो एक विधायक के रूप में देना चाहिए। मुझे लगता है कि यही हार की वजह रही होगी।

सीएम धामी के घर बधाई देने वालों का लग रहा तांता
दो दिन पहले 21 मार्च को जैसे ही धामी को विधायक दल का नेता चुना गया और सीएम के लिए उनके नाम का ऐलान हुआ तो उनकी विधानसभा क्षेत्र खटीमा में जश्न का माहौल शुरू हो गया। उनके घर बधाई देने वालों का तांता लगना शुरू हो गया। कोई फूल लेकर पहुंचा तो कोई मिठाइयों का डिब्बा लेकर पहुंच रहा है। बीजेपी कार्यकर्ता बेहद खुश हैं और ढोल-नगाड़ों पर जमकर डांस कर रहे हैं।

अपने पति का हर मोर्चे पर देती हैं सीएम धामी की पत्नी
बता दें कि पुष्कर सिंह धामी की गीता से शादी 28 जनवरी 2011 को हुई है। तभी से लेकर अभ तक कई बड़े अवसरों पर पति-पत्नी साथ दिखाई देते हैं। गीता धामी अपने पति का हर मोर्चे पर उनके राजनीतिक से लेकर समाजिक कार्य तक में उनका हर कदम पर साथ देती हैं। बात चाहे घर संभालने की हो या फिर धामी के लिए प्रचार प्रचार की, कंधे से कंधा मिलकर चलती हैं। गीता धामी ने सीएम के विधानसभा क्षेत्र खटीमा नें दिन रात मेहनत की थी। क्योंकि पुष्कर सिंह धामी का फोकस पूरे राज्य पर था इसलिए यहां की जिम्मेदारी उन्होंने अपने कंधों पर ले ली थी। लेकिन फिर भी वह यह सीट नहीं जीत सके।