गुरुवार को माना गया है बृहस्पति देव का दिन, जानिए इस दिन क्या करना चाहिए और क्या नहीं

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हिंदू धर्म शास्त्रों में गुरुवार को बृहस्पति देव का दिन माना गया है। नौ ग्रहों में बृहस्पति सबसे अधिक भारी होता है। इसलिए इस दिन वैसे कामों को करने की मनाही है जिससे घर या शरीर हल्का होता है। क्योंकि मान्यता है कि करने से जीवन में बृहस्पति ग्रह का प्रभाव हल्का यानि कम होता है। इसके अलावा ज्योतिष में बृहस्पति ग्रह को गुरु, धर्म और शिक्षा का कारक माना गया है। गुरु ग्रह के कमजोर होने पर शिक्षा में असफलता हासिल होती है। साथ ही धार्मिक कार्यों के प्रति लगाव भी कम होता है। आगे जानते हैं कि गुरुवार के कौन सा-काम करना शुभ है और किन कामों को करने की मनाही है।

हिंदू धार्मिक मान्यताओं के अनुसार गुरुवार के दिन बाल धोने की मनाही है। क्योंकि महिलाओं की कुंडली में गुरु ग्रह पति और संतान का कारक होता है। इसलिए गुरुवार के दिन बाल धोने से संतान और पति दोनों के जीवन पर अशुभ प्रभाव पड़ता है। इसके अलावा इस दिन बाल और नाखून कटवाना भी अशुभ प्रभाव देते हैं। वहीं जिस प्रकार बृहस्पति ग्रह का प्रभाव शरीर पर पड़ता है ठीक उसी प्रकार इसका प्रभाव घर पर भी होता है।

वास्तु शास्त्र के अनुसार ईशान कोण का संबंध गुरु ग्रह से है। साथ ही इस इस कोण का स्वामी ग्रह बृहस्पति देव होते हैं। इसके अलावा ईशान कोण का संबंध परिवार के छोटे बच्चों से भी होता है। इसलिए मान्यता है कि गुरुवार के दिन कपड़े धोना, घर से कचड़े निकालना या घर धोना या घर में पोछा लगाने से ईशान कोण की शक्ति कमजोर होती है। परिणामस्वरूप घर के बच्चों केएस स्वास्थ्य प्रभावित होता है। साथ ही घर के सदस्यों में धर्म और शिक्षा में अशुभ प्रभाव मिलता है।

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शास्त्रों की मान्यताओं के अनुसार गुरुवार का दिन लक्ष्मी-नारायण का दिन है। कहते हैं कि इस दिन लक्ष्मी और भगवान विष्णु का एक साथ पूजन करने से जीवन में खुशियां आती है। साथ ही पति-पत्नी के बीच की दूरियां कम होती है और प्यार बढ़ता है। इसले अलावा घर में धन-वैभव की भी बढ़ोतरी होती है।