शनिवार के दिन ये उपाय करने से शनिदेव होगें हैं प्रसन्न, चमका उठेगा आपका भाग्य

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हिंदू धर्म में हफ्ते के सातों दिन किसी न किसी भगवान को समर्पित हैं. जिस तरह सोमवार का दिन शिवजी भगवान, मंगलवार का दिन हनुमान जी, बुधवार का दिन गणेश जी को समर्पित है उसी तरह शनिवार का दिन शनिदेव को समर्पित है. शनिदेव को न्याय का देवता कहा जाता है. कहते हैं हमारे कर्मों के अनुसार ही अच्छे बुरे फल शनिदेव ही देते हैं. शनिदेव का नाम सुनते ही लोगों के मन में एक भय पैदा हो जाता है. धार्मिक मान्यताओं के अनुसार शनिदेव हमारे अच्छे-बुरे कर्मों का फल देते हैं. जीवन में बुरे कर्म करने वाले व्यक्ति को शनिदेव की क्रोधाग्नि का सामना करना पड़ता है. इसलिए उन्हें प्रसन्न करने के लिए शनिवार का दिन श्रेष्ठ माना गया है. कहते हैं कि शनिवार के दिन ये उपाय अपनाने से न सिर्फ शनिदेव की कृपा बरसेगी बल्कि सभी तरह के कष्टों का नाश होता है. तो चलिए जानते हैं शनिवार के दिन किन उपायों को किया जा सकता है.

शनिदेव को प्रसन्न करने के उपाय

धार्मिक मान्यता है कि शनिदेव के क्रोध से बचने के लिए शनिवार के दिन बजरंगबली को सिंदूर और चमेली चढ़ाना चाहिए. इतना ही नहीं, इस दिन हनुमान चालीसा पाठ करने से शनिदेव के क्रोध से बचा जा सकता है. इतना ही नहीं, कहते हैं कि हनुमानजी की पूजा करने वालों को शनिदेव की प्रताड़ना का सामना नहीं करना पड़ता है.

शनिदेव को प्रसन्न करने के लिए नियमित रूप से पीपल को जल चढ़ाएं और पूजा करें. इतना ही नहीं, सात बार पीपल के पेड़ की परिक्रमा भी करें. इसके साथ ही, कहते हैं कि इस दिन किसी गरीब व्यक्ति को भोजन कराने से भी शनिदेव प्रसन्न होते हैं. और दरिद्रता दूर होती है.

मान्यता है कि हर शनिवार के दिन शनि मंदिर में शनिदेव को तेल और काली तिल अर्पित करने चाहिए. इसके अलावा कहते हैं कि तेल का दान भी करना श्रेष्ठ होता है. इसके लिए सबसे पहले स्नान करने के बाद एक कटोरी तेल में अपना चेहरे देखें और फिर वो तेल किसी जरूरतमंद को दान कर दें.

ग्रंथों में लिखा है कि शनिदेव को प्रसन्न करने के लिए शनिवार के दिन उनकी विधि-विधान से पूजा करें. साथ ही नीले पुष्प चढ़ाएं. कहते हैं कि शनिदेव की पूजा करते समय उनकी मूर्ति के सीधे दर्शन नहीं करना चाहिए.

कहते हैं कि शनिवार के दिन सूर्यास्त के बाद सुनसान स्थान पर मौजूद पीपल के पेड़ के पास दीपक जलाना चाहिए. अगर आस-पास कहीं पीपल का पेड़ न हो तो मंदिर में भी दीपक जला सकते हैं. इससे धन संबंधी समस्याएं दूर होती हैं