12 अप्रैल को राहु और केतु बदलेंगे राशि, जानिए किन राशियों पर होगा कैसा असर

खबर शेयर करें

राहु और केतु (Rahu and Ketu) 18 महीने के बाद राशि बदलते हैं. 12 अप्रैल को राहु-केतु एक बार फिर से राशि परिवर्तन करने वाले हैं. इस दौरान राहु वृषभ राशि से मेष राशि में प्रवेश करेंगे, वहीं केतु वृश्चिक राशि से तुला राशि में प्रवेश करेंगे. ज्योतिष (Astrology) के अनुसार राहु और केतु को छायाग्रह माना गया है. इन्हें काफी रहस्यमयी और प्रभावशाली ग्रहों की श्रेणी में रखा गया है. राहु और केतु हमेशा वक्री अवस्था में रहते हैं. ज्योतिष के मुताबिक किसी भी ग्रह के राशि परिवर्तन का असर सभी राशियों (Zodiac Signs) को प्रभावित करता है. यहां जानिए राहु और केतु का राशि परिवर्तन किसके ​लिए शुभ और अशुभ साबित हो सकता है.

इन 4 राशियों के लिए शुभ होगा गोचर

राहु और केतु का गोचर 4 राशियों के लिए बेहद शुभ माना जा रहा है. ये राशियां हैं मिथुन, कर्क, वृश्चिक और कुंभ राशि. राहु और केतु किसी भी राशि में 18 महीने तक रहते हैं. इस लिहाज से 18 महीने का समय इन चारों राशियों के पक्ष में होना चाहिए. माना जा रहा है कि इस गोचर के बाद से इन राशियों के करियर में काफी विशेष लाभ प्राप्त हो सकते हैं. नई जॉब के अवसर भी मिल सकते हैं. इससे आर्थिक स्थिति बेहतर होने की उम्मीद है. अगर आप कहीं निवेश के बारे में विचार कर रहे हैं या बिजनेस करने का मन बना रहे हैं, तो अप्रैल के बाद का समय आपके लिए लाभकारी साबित हो सकता है. हालांकि सेहत के लिहाज से ये समय चारों राशियों के लिए मिलाजुला असर लेकर आ सकता है.

इन राशियों के लिए बढ़ेंगी मुश्किलें

राहु का प्रवेश मेष राशि में होने जा रहा है, मेष का स्वामी मंगल है, जो उग्र स्वभाव का है. ऐसे में मेष राशि वालों को अपने क्रोध और गलत कामों को नियंत्रित करना होगा, वरना इसके नकारात्मक परिणाम देखने को मिल सकते हैं. वहीं केतु तुला राशि में प्रवेश करने जा रहा है, ऐसे में तुला राशि वालों के लिए अचानक लाभ और हानि की स्थिति उत्पन्न हो सकती है. सेहत को लेकर सतर्क रहने की जरूरत है. ​प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी करने वाले मेष और तुला राशि के छात्रों के लिए ये समय अ​च्छे परिणाम दे सकता है. इस समय अधिक से अधिक अपने इष्टदेव का ध्यान करें, इससे आप आने वाली तमाम समस्याओं को नियंत्रित कर सकते हैं.

More News Updates