मां विंध्यवासिनी के गर्भगृह में लगा 101 किलो का चांदी का दरवाजा, रांची के भक्त ने किया था दान

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माता विंध्यवासिनी के दरबार के प्रथम गणेश द्वार पर लगने वाले 101 किलो के रजत द्वार की कीमत करीब 80 लाख रुपये आंकी गई.
मीरजापुर के विंध्याचल धाम में जगत जननी माता विंध्यवासिनी के गर्भ गृह का द्वार अब चांदी का हो गया है. झारखंड के भक्त संजय चौधरी ने बीते दिनों चांदी का बना 101 किलो का दरवाजा दान किया था. जिसे गुरुवार को मंदिर में लगाया गया. भक्त ने इसे माता रानी की कृपा बताते हुए कहा कि यह सब मां के आशीर्वाद का फल है.

विधि-विधान के साथ लगा चांदी का द्वार
रांची के रहने वाले भक्त संजय चौधरी ने विश्व विख्यात मां विंध्यवासिनी को चांदी का द्वार दान किया. चांदी के दरवाजे का निर्माण राजस्थान झुनझुनू के पांच कारीगरों विक्रम, प्रमोद, गोपाल एवं संजय ने किया है. माता विंध्यवासिनी के दरबार के प्रथम गणेश द्वार पर लगने वाले 101 किलो के रजत द्वार की कीमत करीब 80 लाख रुपये आंकी गई. जानकारी के मुताबिक, यह दरवाजा सवा पांच फीट लंबा व दो फीट चौड़ा है. गुरुवार को मंदिर के पुजारियों ने विधि-विधान से पूजन पाठ कर मंत्रोच्चारण के साथ यह दरवाजा लगवाया. इसके पूर्व यह द्वार पीतल का बना था.

25 सालों से आते हैं माता का दर्शन करने
इस मौके पर माता विंध्यवासिनी के दरबार में विशेष पूजन अर्चन एवं भंडारे का आयोजन किया गया. भक्त संजय चौधरी ने बताया कि वह करीब 25 वर्षों से रांची से विंध्याचल आ रहे हैं. संजय दोनों नवरात्रि में सपरिवार माता विंध्यवासिनी का दर्शन-पूजन करने के लिए आते हैं. नवरात्रि के दौरान ही उन्होंने मन में संकल्प लिया कि एक दिन माता के गर्भ गृह में चांदी का दरवाजा लगवाऊंगा. संजय ने कहा कि मां के आशीर्वाद से चांदी का द्वार लगवाने का संकल्प पूरा हुआ.
सोशल मीडिया से