चुनाव के दौरान कोरोना इन पांच राज्य में ला सकता है सुनामी

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यूपी, उत्तराखण्ड, पंजाब, मणिपुर व गोवा में होने वाले चुनाव देश मे कोरोना की सुनामी ला सकते है। क्योकि ओमिक्रान में तीन डोज ले चुके लोग भी संक्रमण का शिकार बन रहे है। यूके में तो 62 प्रतिशत आबादी को बूस्टर डोज लग चुका है फिर भी हर रोज डेढ़ लाख केस आ रहे है। करीब 20 हजार लोगों को हॉस्पिटल में एडमिट करना पड़ रहा है।

यह कहना ब्रिटेन स्थित ग्लोबल हेल्थ अलाइंस के फाउंडर और डायरेक्टर डॉ रजत नारायण का है। ओमिक्रान को लेकर डॉ रजत नारायण कहते है कि ब्रिटेन की स्थिति से भारत का अंदाजा लगाइए। हमारे यहाँ 95 प्रतिशत लोगों को फर्स्ट डोज, 82 प्रतिशत लोगो को सेकेंड डोज और 62 प्रतिशत लोगों को बूस्टर डोज लग चुका है इसके बाउजूद रोज डेढ़ से दो लाख केस आ रहे है। क्योकि ओमिक्रान इम्यून सिस्टम को धोखा देकर इम्फेक्ट कर देता हैं। चाहे आपने कोई भी वैक्सीन ली हो इस वायरस में उसे बाईपास करने की ताकत है। इस हिसाब से मुझे लगता है कि, भारत मे अगले तीन चार हफ़्तों में केस बहुत तेजी से बढ़ेंगे। हर रोज तीन से चार लाख तक केस आ सकते है। फरवरी के दूसरे हफ्ते तक पीक आ सकता है।

ऐसा कहा जा रहा है कि ओमिक्रान घातक नही है, इसमे अस्पताल नही जाना पड़ता?

जिन लोगो को तीनों डोज लग चुके है वो भी संक्रमित हो रहे है। जिन्हें पहले कोविड हो गया था वो भी शिकार हो रहे हैं। ऐसे में आप ये बिल्कुल नही कह सकते कि यह घातक नही है, क्योकि दुनिया की कोई भी वैक्सीन सिर्फ 70 से 75 परसेंट प्रोटेक्शन ही दे पाती है। 25 परसेंट की रिस्क तो हमेशा होती है।

यह जरूर है कि, आमिक्रान में माइल्ड इंफेक्शन हो रहा है, लेकिन किसकी बॉडी में जाकर यह कैसा रिएक्शन करेगा, इस बारे में कुछ नही कहाँ जा सकता। कई यंगस्टर्स भी इससे गंभीर बीमार हो रहे है। ऐसे में इसे हल्के में लेना बिल्कुल सही नही है।

तीन महीने पहले यूके में दो से ढाई हजार लोगो को हॉस्पिटल में एडमिट करवाना पड़ रहा था अब यह आंकड़ा 20 हजार तक पहुच गया है। बुजुर्गो को खासतौर पर अलर्ट रहने की जरूरत है।

आमिक्रान के खिलाफ सबसे इफेक्टिव वैक्सीन कोन सी है?

कोविशील्ड को लेकर एक स्टडी आई है जिसमे बताया गया है कि जिन लोगो ने बूस्टर डोज ले लिया है वह 80 से 90 प्रतिशत तक आमिक्रान से सुरक्षित हो चुके है। यह एक अच्छी बात है।

हालांकि और भी कई वैक्सीन पर रिसर्च चल रहा है। अगले कुछ हफ़्तों में ही नए बदलाव के साथ वैक्सीन मार्किट में आना शुरू हो जाएगी। अभी हमे बचने के लिये सभी लोगो को फूली वैक्सिनेटेड करना चाहिए और बूस्टर डोज की स्पीड बढ़ाना चाहिए।