जानिए सीएम धामी का राज्य की अंतिम विधानसभा सीट से प्रदेश के मुख्यमंत्री की कुर्सी तक का शानदार सफर, अब हैट्रिक लगाने की बारी

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साल 2000 में उत्तराखंड (Uttarakhand) अलग राज्य बनने के बाद से कभी भी खटीमा (Hot Seat Khatima) कभी भी हॉट सीट या वीआईपी सीट (VIP Seat Khatima) नहीं रही है. इस समय राज्य के मौजूदा मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी (Pushkar Singh Dhami) इस सीट से विधायक हैं, और राज्य के मुख्यमंत्री इसी सीट पर एक बार फिर भाग्य आजमा रहे हैं. इसलिए खटीमा इस बार उत्तराखंड विधानसभा चुनाव 2022 (Uttarakhand Assembly Election 2022) में हॉट सीट बनी हुई है। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के सामने कांग्रेस ने एक बार फिर भुवन चंद्र कापड़ी को टिकट दिया है। आम आदमी पार्टी ने पूर्व प्रदेश अध्यक्ष एसएस कलेर को यहां से चुनावी मैदान में उतारा है। साल 2017 के विधानसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी ने खटीमा से चुनाव जीता था. पुष्कर सिंह धामी ने कांग्रेस प्रत्याशी भुवन चंद्र कापड़ी को 2709 मतों से हराया था। पुष्कर सिंह धामी को जहां 29 हजार से ज्यादा मत मिले थे, वहीं भुवन चंद्र कापरी को भी 26 हजार से ज्यादा मत मिले थे। तीसरे नंबर पर रहे बसपा के रमेश चंद्र राणा को करीब 18 हजार मत मिले थे। पुष्कर सिंह धामी को 36.51 फीसद मत मिले, जबकि कांग्रेस उम्मीदवार भुवन चंद्र कापड़ी को 33.16 फीसद मत मिले थे। रमेश चंद्र राणा को भी 22.01 फीसद मत मिले थे।

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उत्‍तराखंड (Uttarakhand politics) की स‍ि‍यासत में पुष्‍कर स‍िंंह धामी का नाम बीते वर्ष अचानक सुर्ख‍िया बन कर उभरा था। बीजेपी (Bjp) ने उत्‍तराखंड में सत्‍ता पर‍िवर्तन करते हुए 45 साल के पुष्‍कर स‍िंह धामी (Pushkar singh dhami) को मुख्‍यमंत्री बनाया था। इसके साथ ही धामी के नाम एक र‍िकॉर्ड दर्ज हो गया। वह उत्‍तराखंड के सबसे युवा मुख्‍यमंत्री (Youngest Chief Minister of Uttarakhand) बन गए हैं। पुष्‍कर स‍ि‍ंंह धामी ने 3 जुलाई 2021 को उत्तराखंड के 11वें मुख्यमंत्री के रूप में शपथ ली थी, लेक‍िन बीजेपी से राजनी‍त‍ि करने वाले से पुष्‍कर स‍िंंह धामी का यह राजनीत‍िक सफर बेहद ही साधारण पर‍िवार से होकर गुजरा है। सैन‍िक पर‍िवार से संबंध रखने वाले पुष्‍कर स‍िंंह धामी ने उत्‍तराखंड की राजनीत‍ि में एंट्री 2002 में मुख्‍यमंत्री रहे भगत स‍िंंह कोश्‍यारी के ओएसडी के तौर पर की थी।
प‍िथौरागढ़ में हुआ जन्‍म, लखनऊ में एबीवीपी के छात्र नेता के तौर पर शुरू की राजनीत‍ि।
उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी का जन्म 16 सितंबर 1975 को प‍िथौरागढ़ ज‍ि‍ले स्‍थ‍ित डीडीहाट तहसील के टुण्डी गांव में हुआ था। पुष्‍कर सि‍ंह धामी के प‍िता सेना में पोस्‍टेड थे। तो उनकी शुरुआती श‍िक्षा गांव के ही स्‍कूल में हुई. इसके बाद इनका प‍र‍िवार खटीमा में आ गया. जहां से धामी ने 12वीं तक की पढ़ाई गई. आगे की पढ़ाई के ल‍िए उन्‍होंने लखनऊ यून‍िवर्स‍िटी में लि‍या. यहीं से उनके राजनीत‍िक जीवन की शुरुआत भी हुई. 2000 में उत्‍तराखंड के गठन से पहले ही पुष्‍कर स‍िंंह धामी लखनऊ यून‍िवर्स‍िटी की छात्र राजनी‍त‍ि में सक्र‍िय हो गए थे. उनके जानकारों के मुताब‍िक लखनऊ यून‍िवर्स‍िटी में पुष्‍कर स‍िंह धामी ने अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (एबीवीपी) से अपने राजनीतिक सफर की शुरुआत की थी. इस दौरान उन्‍होंने ABVP के राष्ट्रीय अधिवेशन के संयोजक के पद पर भी कार्य क‍िया।

उत्‍तराखंड बीजेपी युवा मोर्चा के दो बार अध्‍यक्ष भी रहे हैं धामी, व‍िधायक बनने से पहले दर्जा मंत्री बने थे
उत्‍तराखंड बनने के बाद पुष्‍कर स‍िंह धामी राज्‍य बीजेपी में सक्र‍िय हुए. ज‍ि‍सके तहत राज्‍य बीजेपी ने 2002 से 2008 तक लगातार दो बार पुष्‍कर स‍िंंह धामी को उत्‍तराखंड बीजेपी युवा मोर्चा का प्रदेश अध्‍यक्ष बनाया. अपने इस जि‍म्‍मेदारी में पुष्‍कर स‍िंंह धामी ने पूरे राज्‍य से बड़ी संख्‍या में युवाओं को बीजेपी में जोड़ा. वहीं 2007 में जब उत्‍तराखंड में बीजेपी की वापसी हुई तो 2010 में पुष्‍कर स‍िंंह धामी को राज्‍य सरकार ने दर्जा मंत्री बनाया. ज‍िसके तहत उन्‍हें उपाध्‍यक्ष शहरी अनुश्रवण सम‍ित‍ि बनाया गया.


2012 में सामान्‍य हुई खटीमा की सीट, तब से लगातार दूसरी बार वहां से व‍िधायक हैं पुष्‍कर स‍िंंह धामी।
उत्‍तराखंड व‍िधानसभा में मुख्‍यमंत्री पुष्‍कर स‍िंंह धामी ऊधमस‍िंंह नगर ज‍िले की खटीमा सीट का प्रत‍िन‍िधि‍त्‍व करते हैं. यह सीट 2012 में सामान्‍य हुई थी, इसके बाद से इस सीट से पुष्‍कर स‍िंह धामी लगातार दो बार से व‍िधायक हैं. वह 2012 और 2017 का चुनाव इस सीट से जीत चुके हैं. 2012 से बीजेपी के टि‍कट पर पुष्कर सिंह धामी ने 20,586 मतों के अंतर से कांग्रेस के उम्‍मीदवार देवेंद्र चंद को हराया था।

खटीमा सीट का अंकगणित।
खटीमा सीट के अंकगणित की बात करें तो साल 2011 की जनगणना के अनुसार यहां कुल 2 लाख 27 हजार 226 की जनसंख्या थी. इनमें से 1 लाख 15 हजार 366 पुरुष और 1 लाख 11 हजार 860 महीलाएं थीं. पिछली जनगणना के अनुसार कुल 42 हजार 922 परिवार खटीमा तहसील के अंतर्गत रहते हैं और यहां का सेक्स रेशियो 970 का है. कुल 20.5 फीस लोग शहरी क्षेत्रों में रहते हैं, जबकि 79.5 फीसद जनसंख्या ग्रामीण इलाकों में जीवन यापन करती है. क्षेत्र के शहरी इलाकों में 74.8 फीसद लोग पढ़े-लिखे हैं, जबकि ग्रामीण इलाकों में 76.8 फीसद लोग शिक्षित हैं।

खटीमा तहसील में 30 हजार 820 लोग अनुसूचित जाति और 53 हजार 692 जनसंख्या अनुसूचित जनजाति की है. धर्म के आधार पर बात करें तो क्षेत्र में कुल 1 लाख 81 हजार 322 यानी 79.8 फीसद हिंदू हैं. जिनमें पुरुषों की संख्या 91 हजार 446 है, जबकि महिलाओं की संख्या 89 हजार 876 है. साल 2011 की जनगणना के अनुसार खटीमा तहसील में 30 हजार 993 यानी 13.64 फीसद मुसलमान रहते हैं. जिनमें पुरुषों की संख्या 16 हजार 154 और महिलाओं की संख्या 14 हजार 839 है. क्षेत्र में तीसरी सबसे बड़ी जनसंख्या सिख समुदाय की है. यहां 13 हजार 387 यानी 5.89 फीसद सिख रहते हैं. सिखों में पुरुषों की संख्या 6,992 और महिलाओं की संख्या 6 हजार 395 है।