नानकमत्ता में दस वर्ष की बिटिया को उठा ले गया तेंदुआ, गन्ने के खेत में मिला क्षत विक्षत शव फोटो आपको विचलित कर सकती है देखें वीडियो

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रिपोर्टर नवीन भट्ट निराला सितारगंज

नानकमत्ता में दस वर्ष की बिटिया को उठा ले गया तेंदुआ, गन्ने के खेत में मिला क्षत विक्षत शव दहशत में ग्रामीण परिजनों का रो रो कर बुरा हाल।

जनपद ऊधमसिंहनगर के नानकमत्ता में तेंदुए ने 10 वर्षीय बालिका को मार डाला। अचानक हुई इस घटना से ग्रामीण दहशत में है और परिजनों का रो रो कर बुरा हाल है बिटिया के घर में न मिलने के बाद ग्रामीणों ने काफी मशक्कत कर बिटिया का गन्ने के खेत से शव बरामद किया है। पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पंचायतनामे की कार्यवाही की है। तेंदुए के हमले के बाद गांव में दहशत का माहौल है ।

प्राप्त जानकारी के मुताबिक नानकमत्ता साहब केप्रतापपुर चौकी इंचार्ज विजेंदर कुमार ने बताया कि गुरुवार की देर शाम वासुदेव जोशी की 10 वर्षीय पुत्री आनंदी जोशी निवासी ग्राम चेतुआखेड़ा ग्राम सभा देवीपुर डेमपार अचानक लापता हो गई। स्वजन ने काफी देर तक बालिका को खोजते रहे। जब बालिका नहीं मिली तो ग्रामीणों ने खेतों में खोजबीन की।
गन्ने के खेत से तेंदुए के गुर्राहट की आवाजें आने पर ग्रामीणों ने घेराबंदी कर दी। इसके बाद ग्रामीणों को शक हुआ और गन्ने के खेत में घुस गए। गन्ने के खेत में बालिका का क्षत-विक्षत शव बरामद हुआ। ग्रामीणों का शोर शराबा व रात्रि में ग्रामीणों की आहट सुनकर तेंदुआ जंगल की तरफ भाग गया। लेकिन तब तक काफी देर हो चुकी थी तेंदुआ आनंदी को अपना शिकार बना चुका था गांव के ग्राम
प्रधान रमेश यादव ने बालिका का गन्ने के खेत में शव मिलने की सूचना पुलिस को दी। सूचना पर पुलिस की टीम पहुंच गई। पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। बालिका के शरीर पर पंजों के निशान हैं वह बालिका का शव क्षत विक्षत अवस्था में पाया गया। जिससे पता चल रहा है कि तेंदुए के हमले में बालिका की मौत हुई है। इससे पूर्व भी पिछले कुछ वर्षों में नानकमत्ता क्षेत्र में ऐसी कई घटनाएं हो चुकी हैं जंगली जानवरों के आतंक से कई जाने जा चुकी हैं
थाना अध्यक्ष देवेंद्र गौरव ने बताया कि सबका पंचनामा कर पोस्टमार्टम कराया जाएगा। तेंदुए के हमले में बालिका की मौत के बाद आसपास के ग्रामीण क्षेत्रों में दहशत फैल गई है। बालिका के परिजनों का रो रो कर बुरा हाल है। घटना के बाद ग्रामीण आक्रोशित हैं और ग्रामीणों ने पीड़ित परिवार को मुआवजा देने के साथ तेंदुए को आदमखोर घोषित कर मारने की मांग की है। क्योंकि यह क्षेत्र जंगल के आसपास का है लगातार जंगली जानवरों का खतरा बना रहता है पिछले कुछ वर्षों में जंगली जानवरों द्वारा इस प्रकार की कई घटनाएं प्रकाश में आई हैं।