पिता हुआ दिव्यांग एक बेटी कैसे बनी सहारा पढ़ें पूरी खबर

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18 वर्षीय इस नवयुवती ने पूरे परिवार का दायित्व अपने नाजुक कंधों पर उठाया है। यह अमृतसर की पहली मिल्क सेलर है, जिस वक्त पूरी दुनिया नींद की आगोश में होती है, तब रात ढाई बजे हनी अपनी नींद तोड़कर पशुओं की सेवा में जुट जाती है।
गायों-भैंसों को चारा व आहार देकर इनका दूध दोहती है और फिर इस दूध को लोगों के घरों तक पहुंचाती है।

दरअसल, हनी के जीवन में एक ऐसी दुखदाई घटना घटी जिसकी वजह से उसे कम आयु में परिवार की लाठी बनना पड़ा। हनी के पिता प्रेम कुमार दूध वितरण करते थे। सितंबर 2021 में एक सड़क हादसे में प्रेम की टांगें टूट गईं। दिव्यांग हुए और बेबस भी। बेबसी परिवार का भरण-पोषण करने की थी। दो बेटियों व एक बेटे के पिता प्रेम कुमार को चिताग्रस्त देखकर हनी भी परेशान रहती थी। फिर एक दिन उसने पिता से कहा कि क्यों न मैं लोगों के घरों तक दूध पहुंचा दूं। बेटी का यह कथन सुनकर पिता अवाक रह गए। बोले-बेटी तुम अभी छोटी हो, पढ़ाई-लिखाई करो और फिर परिवार का सहारा बनना, पर हनी ने अपनी बात फिर से दोहरा दी। बेटी की इच्छाशक्ति देख प्रेम ने उसे मौन स्वीकृति प्रदान कर दी। पिछले सात माह से हनी घर-घर दूध की आपूर्ति कर रही है।

अमृतसर के रामतीर्थ रोड स्थित गांव माहला की रहने वाली हनी बारहवीं कक्षा में मेडिकल की छात्रा है। विषम परिस्थितियों में रहने के बावजूद हनी किताबों को भी वक्त देती है। ग्यारहवीं कक्षा उसने 75 फीसद अंकों से उत्तीर्ण त्तीर्ण की थी।

हनी के अनुसार पिताजी के साथ जो हादसा हुआ था उसने उन्हें बिस्तर पर रहने को मजबूर कर दिया। उस वक्त रिश्तेदारों ने भी साथ नहीं दिया। मेरा छोटा भाई आठ साल का है, जबकि बड़ी बहन 22 साल की है। बड़ी बहन प्राइवेट जाब करती है। मैं वेटरनरी डाक्टर बनना चाहती थी, पर इसके लिए बहुत ज्यादा पैसा चाहिए, इसलिए वेटरनरी डाक्टर बनने का सपना तो साकार नहीं हो पाएगा, लेकिन भारतीय फौज में आवेदन किया है। यह परीक्षा उत्तीर्ण कर परिवार का सहारा बनना चाहती हूं। इसके लिए स्पो‌र्ट्स एकेडमी में जिम्नास्टिक व रनिग भी करती हूं।

लोगों की बातों की नहीं करती परवाह : हनी

हनी के अनुसार वह सुबह छह बजे बड़े-बड़े ड्रम में दूध भरकर बाइक से घर से निकलती है। लोगों के घरों में दूध पहुंचाकर साढ़े दस बजे तक घर पहुंचती है। रास्ते में लड़कों की अभद्र व अश्लील इशारों का सामना करना पड़ता है, पर इनकी परवाह किए बगैर वह अपना काम निपटाती है। खबर सोशल मीडिया