यहां पुलिस ने नशे के खिलाफ की कार्यवाही

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रिपोर्टर- दीपक चौहान
स्थान : जसपुर

एंकर- उधम सिंह नगर जिला पुलिस के द्वारा नशे के खिलाफ चलाए जा रहे अभियान के तहत कुंडा थाना पुलिस ने आज नशे के इंजेक्शनो के खेप के साथ दो सगे भाइयों को गिरफ्तार किया है। गिरफ्तार किए गए दोनों भाइयों के पास से पुलिस ने नशे के 510 इंजेक्शन बरामद किए हैं।

वीओ- काशीपुर एसपी चंद्र मोहन सिंह ने देर शाम अपने कार्यालय में पूरे मामले का खुलासा करते हुए बताया कि उधम सिंह नगर जिले के पुलिस कप्तान के द्वारा नशे के खिलाफ चलाए जा रहे अभियान के क्रम में मुखबिर की सूचना पर आज कुंडा थाना पुलिस ने दो सगे भाइयों को बाइक पर नशे के इंजेक्शनो की खेप के साथ गिरफ्तार किया है। पकड़े गए दोनों अभियुक्त अफरोज उर्फ फिरोज और अफजल पुत्र नजाकत अली निवासी परमानंद पुर थाना आईटीआई हैं। पुलिस के अनुसार दोनों भाई बाइक संख्या UK18 H 1794 से नशे के इंजेक्शन ले जा रहे थे। दोनों भाइयों ने पुलिस की पूछताछ में बताया कि उनमें से अफरोज का आईटीआई थाना क्षेत्र के ग्राम परमानंदपुर में आयशा मेडिकल स्टोर के नाम से मेडिकल स्टोर है। अपने इसी मेडिकल स्टोर की आड़ में वह पड़ोसी राज्य उत्तर प्रदेश के जिला मुरादाबाद से अन्य दवाइयों के साथ साथ नशे के इंजेक्शन की खरीद करते हैं और जगह-जगह पर मांग के अनुसार काफी अधिक दामों पर नशा करने वालों को बेचते हैं। पुलिस ने इन दोनों भाइयों के हाथ से लेवोराइट डायजेपाम 2 ml. के 210 इंजेक्शन, प्रेन्योरफिन इंजेक्शन आईपी बुपाइन 2 ml. के 150 इंजेक्शन तथा फेनिरेमिंफ मेल्फेट इंजेक्शन आईपी एविल 10 ml. के 150 इंजेक्शन बरामद किए हैं। प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान एसपी काशीपुर चंद्रमोहन सिंह ने बताया कि दोनों भाइयों का एनडीपीएस एक्ट के तहत चालान कर न्यायालय के समक्ष पेश किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि समाज में युवा वर्ग नशे की गिरफ्त में लगातार जकड़ता जा रहा है, जिसकी रोकथाम के लिए पुलिस मुख्यालय समेत जिला स्तर पर तथा स्थानीय स्तर पर प्राप्त दिशा निर्देशों के क्रम में लगातार कार्यवाही जारी है तथा सोशल मीडिया एवं प्रचार के अन्य माध्यमों के जरिए युवाओं को नशे से दूर करने के लिए पुलिस के द्वारा प्रयास किए जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि पुलिस के द्वारा लक्ष्य नशा मुक्ति एप के द्वारा भी नशे के खिलाफ शिकायत दर्ज की जा सकती है तथा 112 नंबर पर भी कॉल करके नशे के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई जा सकती है। उन्होंने साफ साफ स्पष्ट किया कि जांच के दौरान भी पता लगाया जाएगा यह नशे के इंजेक्शन कहां से लाए जा रहे थे तथा कहां सप्लाई किए जाने थे।