यहां हुए तिहरे हत्याकांड का पर्दाफाश, रुपये के लेने-देने में ली जान, दो आरोपित गिरफ्तार

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Triple Murder Case Ujjain: उज्जैन में तिहरे हत्याकांड का पर्दाफाश, रुपये के लेने-देने में ली जान, दो आरोपित गिरफ्तार

 उज्जैन के जीवाजीगंज थाना क्षेत्र के हरि नगर में रहने वाले मां-बेटे व पोते की सनसनीखेज हत्या के मामले का गुरुवार को पुलिस ने पर्दाफाश कर दिया। सूदखोरी के कारण दो लोगों ने मिलकर तिहरे हत्याकांड को अंजाम दिया। आरोपितों ने पहले पिता-पुत्र की आंखों में मिर्च पाउडर डालकर चाकू से गला रेत दिया और फिर उज्जैन आ गए। यहां दोनों आरोपित उनके घर अपने कोरे चेक लेने के लिए पहुंचे और वृद्धा की हत्या कर सामान खंगाला, हालांकि बताया जा रहा है कि चेक उन्हें नहीं मिले। पुलिस ने खुलासे के लिए 100 से ज्यादा सीसीटीवी कैमरों की फुटेज खंगाली थी।

एसपी सत्येंद्र कुमार शुक्ला ने बताया कि हरि नगर निवासी राजेश नागर उम्र 50 वर्ष व उसके पुत्र पार्थ नागर की इंगोरिया थाना क्षेत्र के ग्राम धुरावदा में सोमवार रात को लाश मिली थी। दोनों का गला धारदार हथियार से काटा गया था। राजेश के पास से मिले मोबाइल के आधार पर उनकी शिनाख्त हुई थी। पुलिस दोनों के घर पहुंची और वहां ताला तोड़ा तो पलंग पेटी में राजेश की मां सरोजबाई उम्र 74 वर्ष का हाथ-पैर बंधा हुआ शव मिला था। पुलिस को राजेश के मोबाइल की काल डिटेल के आधार पर महत्वपूर्ण सुराग मिला था।

100 से ज्यादा सीसीटीवी कैमरे खंगाले

जीवाजीगंज टीआइ गगन बादल व टीम ने स्मार्ट सिटी योजना के तहत लगाए गए सीसीटीवी कैमरे, पुलिस के कैमरे तथा हरि नगर व आसपास के क्षेत्रों में लगे 100 से ज्यादा सीसीटीवी कैमरों को खंगाला था। हरि नगर में 8 अप्रैल की शाम को एक संदिग्ध आटो नजर आया था, यही आटो बड़नगर रोड पर भी कैमरों में दिखा था। जिसके बाद पुलिस आटो नंबर के आधार पर मोहन नगर निवासी जयराम कुशवाह के घर पहुंची थी।

9 अप्रैल को खाली कर दिया था मकान

पुलिस जयराम कुशवाह के घर पहुंची तो पता चला कि वह मूल रूप से सागर का रहने वाला है तथा 10 सालों से उज्जैन में किराए के मकान में रह रहा था। कुशवाह आटो चलाने के साथ ही सब्जी का भी ठेला लगाता था। जयराम के गायब होने पर पुलिस ने उसकी तलाश शुरू की और उसे जयसिंह नगर सागर से गिरफ्तार कर लिया था। उसने बताया कि राजेश नागर से 20 हजार रुपये उधार लिए थे। जिसके एवज में कोरा चेक साइन करके दिया था। दोनों पिता-पुत्र रुपये के लिए दबाव बना रहे थे।

चावल व्यापारी ने हत्या के लिए उकसाया

पुलिस को जयराम ने बताया कि कमल कालोनी निवासी दिनेश जैन फेरी लगाकर चावल बेचने का काम करता है। राजेश नागर से उसने 2.75 लाख रुपये उधार ले रखें है। जिसका ब्याज जोड़कर करीब साढ़े चार लाख रुपये उधार हो गए। दोनों पिता-पुत्र उसे भी परेशान कर रहे थे। जैन दो सालों से जयराम की आटो में ही चावल लेकर गांव-गांव में फेरी लगाकर बेचता था। दोनों ने मिलकर पिता-पुत्र की हत्या की योजना बनाई थी। जिससे उन्हें रुपये ना देना पड़े।

बड़नगर ले जाने के बहाने मौत के घाट उतारा

दिनेश जैन व जयराम ने राजेश नागर व उसके पुत्र पार्थ को झांसा दिया था कि बड़नगर से उनकी उधारी के रुपये आना है, वह भी साथ चले तो रुपये दे देंगे। पिता-पुत्र 8 अप्रैल को पिता-पुत्र करीब साढ़े चार बजे जैन व जयराम के साथ आटो में गए थे। इंगोरिया के समीप ग्राम धुरावदा के पास राजेश व उसके पुत्र पार्थ की आंखों में मिर्च पाउडर डालकर जैन व कुशवाह ने चाकू से गला रेतकर हत्या कर दी और शव को ले जाकर चंबल नदी के किनारे फेंक दिया था।

घर आकर वृद्धा की गला घोंटकर की हत्या

पिता-पुत्र की हत्या करने के बाद दोनों आरोपित नागर के घर पहुंचे थे। जहां नागर की मां सरोजबाई से बात करने लगे और एकाएक कपड़े से उसका गला घोंट कर उसे मौत के घाट उतार दिया। सरोज बाई लकवे की मरीज थी, इस कारण कोई विरोध नहीं कर पाई। हत्या के बाद शव को दोनों ने पलंग पेटी में डाला और पूरा घर खंगाल दिया।

हत्या के बाद भी नहीं मिले चेक

एसपी सत्येंद्र कुमार शुक्ला का कहना है कि दोनों आरोपितों का कहना है कि उन्हें घर से नागर को दिए कोरे चेक नहीं मिले है। हालांकि पुलिस का कहना है कि दोनों आरोपितों के खिलाफ महत्वपूर्ण सबूत मिले है। मामले को चिन्हित श्रेणी में शामिल कर जल्द चालान पेश कर आरोपितों को सजा दिलवाई जाएगी।