हरीश रावत की हार का ठीकरा,कहीं कांग्रेसी फुस्सकार रहे, तो कहीं सांप सूंघ गया

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उत्तराखंड विधानसभा चुनाव परिणाम को अभी 36 घंटे भी नहीं बीते कि अब विभिन्न कांग्रेसियों में ही अब सर फुटब्बल होना प्रारंभ हो गया है भाजपा को ज्वाइन कर जिस नवयुवक ने पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत को लालकुआं सीट से 17527 वोटों से मात दी है उसके बाद से ही क्षेत्र के कांग्रेसियों को सांप सूंघ गया है हालत यह है कि अब रावत की हार का ठीकरा कांग्रेस के ही एक नेता ने क्षेत्र के दूसरे नेताओं पर मढ दिया है। जिसके बाद अब कांग्रेसियों में खलबली मच गई है
कांग्रेस के प्रदेश सचिव गोपाल रावत ने कहा हरीश रावत लालकुआं विधानसभा सीट से हारने वाले नहीं थे, लेकिन उनके साथ घूमने वाले दो लोग जो कि 9 नंबरी और दस नंबरी हैं उन्होंने हरीश रावत को हराने का काम किया है
गोपाल रावत ने कहा कि हरीश रावत के साथ चुनाव में घूम रहे दोनों नेताओं ने जमीन में कार्यकर्ताओं से मिलाने के बजाय हरीश रावत को गोल घेरे में उलझाए रखा। यही नहीं हरीश रावत को कार्यकर्ताओं से भी नहीं मिलने दिया और तो और यह 9 नंबरी और दस नंबरी नेता अपने बूथ से हरीश रावत को वोट तक नहीं दिला पाए। गोपाल रावत ने कहा कि हरीश रावत के इर्द-गिर्द घूम रहे दोनों नेताओं ने जमीन पर बिल्कुल भी काम नहीं किया नहीं तो हरीश रावत नहीं हारते। जो भी हो अब कुछ दिनों तक कांग्रेसियों में इस तरह की जुबानी जंग चलती हुई सुनाई देगी। उधर इन बयानों की ओर यदि नजर डाली जाए तो आरोप लगाने वालों ने भी कहीं धरातल पर काम नहीं किया हालात यह है कि हरीश रावत के आगे घूमते घामत सिर्फ लोगों ने चेहरा दिखाने का ही काम किया पर सबसे ज्यादा सेल्फी के दौड़ में जय हरीश रावत और जय कांग्रेस लिखकर पोस्ट करने वालों ने हीं हरीश रावत की हार की पटकथा लिख दी बाकी बचे खुचे रबर स्टैंप नेताओं को हरीश रावत समझ नहीं पाए और मोहन सिंह बिष्ट को यह प्रचंड जीत मिली ।जो भी हो नैनीताल जनपद का कांग्रेस संगठन चुनाव लड़ाने में पूरी तरह से विफल रहा जिसका खामियाजा सभी प्रत्याशियों को उठाना पड़ा