हल्द्वानी ब्रेकिंग-कांग्रेस के वरिष्ठ नेता पूर्व दर्जा मंत्री गोपाल रावत को मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने दिलाई भाजपा की सदस्यता “सदस्यता के बाद बोले रावत मोदी के 400 के सपने को साकार करेंगी देश की जनता-(पढ़े पूरी खबर)

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(मुकेश कुमार)- हल्द्वानी काग्रेंस के प्रदेश सचिव और पूर्व दर्जा राज्य मंत्री, भारत रत्न पंडित बल्लभ पंत जयंती के प्रदेश संयोजक गोपाल रावत ने कांग्रेस छोड़ भाजपा ज्वाइन किया है जहां मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने भाजपा ज्वाइन कराया. इस मौके पर केंद्रीय रक्षा राज्य मंत्री अजय भट्ट और प्रदेश प्रभारी दुष्यंत गौतम भी मौजूद रहे.
इस दौरान गोपाल सिंह रावत ने मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी केंद्रीय रक्षा राज्य मंत्री अजय भट्ट और भाजपा प्रदेश प्रभारी का आभार व्यक्त किया, इस दौरान गोपाल सिंह रावत ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के विकास कार्यों से प्रभावित होकर उन्होंने भाजपा ज्वाइन किया है इस दौरान उन्होंने कहा कि
नैनीताल लोकसभा सीट हमेशा से ऐतिहासिक सीट रही है और इस सीट पर इस बार फिर से सांसद प्रत्याशी अजय भट्ट जीत हासिल कर दूसरी लोकसभा में पहुंचेंगे और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के हाथों को मजबूत करेंगे. इस दौरान गोपाल सिंह रावत ने कहा कि नैनीताल लोकसभा सीट पर भारत रत्न पंडित गोविंद बल्लभ पंत परिवार का पिछले 27 सालों तक दबदबा रहा है. नैनीताल संसदीय सीट पर गोविंद बल्लभ पंत के पुत्र केसी पंत 1962 से लेकर 1971 तक लगातार 15 वर्षों तक इस सीट से सांसद रहे केसी पंत 26 वर्षों तक केंद्रीय मंत्रिमंडल में रक्षा, गृह, वित्त,शिक्षा, योजना, परमाणु ऊर्जा,बिजली,इस्पात इत्यादि मंत्री के रूप में बखूबी अपने दायित्व को निभाया है।
1962 के चुनाव में केसी पंत ने 64643 वोटो के अंतर से, जबकि 1967 के चुनाव में 33859 वोटो के अंतर से जबकि 1971 के हुए चुनाव में लगभग एक वोटो से जीत हासिल की थी। ईला पंत नैनीताल संसदीय सीट से एकमात्र महिला सांसद रह चुकी है.आजादी के बाद कई वर्षों तक कुमाऊं की राजनीति में पंत परिवार का दबदबा रहा कई रिकार्ड भी अभी तक उन्हीं के नाम कायम हैं।
वर्ष 1998 में हुए चुनाव में नैनीताल-ऊधमसिंह नगर सीट से भाजपा ने पंत परिवार की बहू ईला पंत को चुनाव मैदान में उतारा था जहां ईला पंत भारी मतों से जीत हासिल कर संसद तक पहुंची थी. इस दौरान गोपाल सिंह रावत ने कहा कि अजय भट्ट 5 लाख से अधिक मतों से जीतने जा रहे हैं और इस बार केंद्र में फिर से मोदी सरकार बनने जा रही है।