दिल्ली मेट्रो में नौकरी दिलाने के नाम पर धोखाधड़ी, ठगे 12 लाख मुकदमा दर्ज

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दिल्ली मेट्रो में नौकरी दिलाने के नाम पर 12 लाख की धोखाधड़ी सामने आयी है. ग्राम नन्हेड़ा थाना नहटौर धामपुर बिजनौर निवासी नरेंद्र वर्मा पुत्र रामगोपाल आर्य ने बताया कि उसकी जान पहचान मटकोटा भूरारानी रुद्रपुर निवासी कुमार गौरव उर्फ विशाल पुत्र गोविंद गिरी से हुई थी। इसके बाद उनका काफी आना-जाना लगा रहा। एक साल पहले कुमार गौरव उनके घर आया और कहा कि उसकी दिल्ली मेट्रो के उच्च अधिकारियों से जान पहचान है और वह उनके बेटे को सरकारी नौकरी लगवा देगा।नौकरी लगाने के लिए उसने 15 लाख रुपये की मांग की।

कुमार गौरव पर विश्वास कर उसने 25 फरवरी 2021, 26 फरवरी, तीन मई, 15 नवंबर और 6 अप्रैल 2022 तक 6 लाख 16 हजार रुपये कुमार गौरव के खाते में ट्रांसफर कर दिए। इस बीच कुमार गौरव ने उसे विश्वास दिलाते हुए कहा कि वह रुपयों का इंतजाम करें। जिसके बाद उन्होंने 10 अप्रैल 2022 को दो लाख, 11 अप्रैल को एक लाख रुपये तथा 18 अप्रैल को 1.84 लाख रुपये मिलाकर करीब 12 लाख रुपये कुमार गौरव को दे दिए। जब उसने कुमार गौरव को रुपये दिए थे, उस समय उसकी पत्नी कोमल तथा विकास भवन और रुद्रपुर स्टेडियम में कैंटीन संचालिका उसकी मां शशि प्रभा तथा भाई प्रदीप मौजूद थे।कई माह बीत जाने के बाद भी उसके पुत्र का नौकरी से संबंधित कोई लेटर नहीं आया। संपर्क करने पर वह बार-बार बहाने बनाता रहा।

आठ मई 2022 को वह कुमार गौरव के घर गया तो उसने अपनी मां शशि प्रभा, पत्नी काेमल और भाई प्रदीप के सामने चैक दिए जिसका भुगतान आज तक नहीं हुआ।नरेंद्र वर्मा ने पुलिस से आरोपितों के विरुद्ध कार्रवाई की मांग की है। पीड़ित की शिकायत पर पुलिस ने आरोपित युवक और उसकी पत्नी के साथ ही विकास भवन और रुद्रपुर स्टेडियम में कैंटिन चलाने वाली मां समेत चार लोगों पर केस दर्ज कर लिया है। फिलहाल पुलिस जांच कर रही है। थानाध्यक्ष पंतनगर राजेंद्र सिंह डांगी ने बताया कि मुकदमा दर्ज कर लिया है। जांच की जा रही है, इसके बाद आवश्यक कार्रवाई की जाएगी।