गवर्नमेंट दून मेडिकल कॉलेज प्रकरण में मुख्यमंत्री ने चिकित्सक का स्थानांतरण रद्द कर मामले की जांच के दिए आदेश 

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देहरादून। देहरादून में एक चिकित्सक का स्थानांतरण स्वास्थ्य सचिव के आदेश के बाद किया गया था जिसे मुख्यमंत्री के संज्ञान के बाद अब स्थगित कर दिया गया है। इस पूरे मामले में मुख्यमंत्री ने संज्ञान लिया है। स्वास्थ्य मंत्री धन सिंह रावत इस मामले को लेकर के मुख्यमंत्री के पास गए थे जिसके बाद मुख्यमंत्री ने न केवल चिकित्सक का स्थानांतरण रद्द किया है बल्कि मामले की जांच के आदेश दे दिए हैं।

बताते चलें कि यहां एक डॉक्टर ने स्वास्थ्य सचिव पर गंभीर आरोप लगाते हुए इस्तीफा दे दिया है। डॉ निधि उनियाल ने अपने पत्र में बताया की वह एसोसिएट प्रोफेसर के रूप में गवर्नमेंट दून मेडिकल कॉलेज में अपनी सेवाएं दे रही थी और उनको कार्य के बीच में छोड़कर स्वास्थ्य सचिव पंकज पांडे की बीमार बीवी को देखने के लिए कहा गया। वह अपने दो सहयोगियों के साथ जब स्वास्थ्य सचिव की बीवी की जांच के लिए उनके घर गई तो उनका बीपी जांचने का यंत्र उनकी गाड़ी में ही रह गया जिसके

कारण यंत्र को लाने में देरी हुई। इतनी ही देर में स्वास्थ्य सचिव की पत्नी ने उन पर आपत्तिजनक टिप्पणी की जिसका कि उन्होंने विरोध किया और वह अपने कार्यस्थल पर वापस आ गई। कार्यस्थल पर पहुंचते ही उनसे स्वास्थ्य सचिव की पत्नी से माफी मांगने के लिए कहा गया परंतु उन्होंने ऐसा करना उचित नहीं समझा। आज उनको एक चिट्ठी के माध्यम से बताया गया कि उनका स्थानांतरण देहरादून से अल्मोड़ा कर दिया गया है। उन्होंने अपने इस्तीफे में लिखा कि यह व्यवहार अपमानजनक है जिसके कारण वहां अपनी पोस्ट से इस्तीफा दे रही है। उन्होंने यह भी आग्रह करा कि उक्त सचिव के खिलाफ उचित कार्रवाई होनी चाहिए।