बाबा महाकाल ने किया ऐसा चमत्कार, दर्शन करते ही मिल गया 5 माह से लापता बेटा क्या है पूरा मामला पढ़ें पूरी खबर

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उज्जैन। मध्यप्रदेश की धार्मिक नगरी के नाम से मशहूर उज्जैन से एक हैरान करने वाला मामला सामने आया है। दअरसल उत्तरप्रदेश के रामसिंहपुरा सोरो जिला कासगंज निवासी खेत में मजदूरी करने वाले श्रीकृष्ण का पांच महीने पहले उनका एक बेटा लापता हो गया था। लापता बेटे के लिए मन्नत मांगने वह यूपी से बाबा महाकाल के दरबार में पहुंचे थे। उन्होंने महाकाल के दर पर जाकर बेटे के मिल जाने की मन्नत मांगी थी। फिर क्या था, मन्नत मांगते ही करीब एक घंटे बाद शहर के अंदर ही एक आश्रम से उनका खोया हुआ बेटा मिल गया। अब इसे सभी बाबा महाकाल का आशीर्वाद मान रहे हैं।

सेवाधाम आश्रम संस्थापक सुधीर भाई गोयल ने बताया कि सुबह-सुबह आश्रम के मुख्य द्वार पर उत्तरप्रदेश के लोग पूछताछ के लिए आए और कहा कि फेसबुक पर आश्रम की सेवाओ की जानकारी प्राप्त हुई थी तो हम गुरूजी के दर्शन करने व आश्रम देखने आए है। साथ ही बाबा महाकाल का आशीर्वाद होगा तो  पांच माह पूर्व गायब हुए मनोरोगी बालक की जानकारी भी ले लेंगे। इसके बाद गोयल ने इन लोगो से गायब हुए बालक की जानकारी ली और सभी को बताया कि घबराओ मत यह बालक सुरक्षित है और वर्तमान में सेवाधाम में ही है। यह सुनकर बालक के पिता और साथ आए लोगो की खुशी का ठिकाना नहीं रहा।

पूरे मामले में हर कोई हैरान
इस पूरे घटनाक्रम के बाद पिता बस इतना ही कह पाए कि भगवान महाकाल का आशीर्वाद देने के लिए उज्जैन बुलाया था। इधर, इस पूरे मामले के बाद हर कोई हैरान नजर आ रहा है, जहां सभी इसे भगवान महाकाल का आशीर्वाद बता रहे हैं। धार्मिक नगरी उज्जैन में दूर-दूर से लोग आते हैं। यही कारण है कि, अक्सर यहां इस तरह के मामले भी देखने मिल जाते हैं। भगवान महाकालेश्वर के दर्शन के लिए देशभर से लोग धार्मिक नगरी उज्जैन पहुंचते हैं, जहां बड़ी संख्या में लोग भगवान महाकालेश्वर का दर्शन लाभ प्राप्त करते हैं।

यह है पूरा मामला
यह पूरा वाक्या कासगंज जिले के रामसिंहपुरा में रहने वाले पिता के साथ हुआ, जहां लगभग 5 महीने से मानसिक रूप से कमजोर और उनका बेटा छत पर सो रहा था, लेकिन जब वह सुबह उठे तो बेटा नजर नहीं आया। गांव भर में ढूंढने के बाद पिता हिम्मत हारने लगे, जिसके बाद पिता अपने दोस्त के साथ बेटे के मिलने की मन्नत लेकर बाबा महाकाल के दर्शन के लिए पहुंचे। महाकाल दर्शन करने के बाद पिता को एक ऐसे आश्रम के बारे में पता चला, जहां बेसहारा लोगों को पनाह दी जाती है। युवक ने एक बार आश्रम में जाकर बेटे के बारे में पता कर ललेने का मन बनाया, जिसके बाद आश्रम के संस्थापक ने जैसे ही पिता को उसके बेटे की फोटो दिखाई वैसे ही युवक की आंखों से आंसू छलक पड़े।

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