आखिर क्यों ससुर ने खुद को गोली मारकर की आत्‍महत्‍या, सुसाइड नोट में पुत्रवधू के लिए लिखी ये बात

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कैथल में ससुर ने खुद को गोली मारकर आत्‍महत्‍या कर ली। बुजुर्ग ने रिवाल्‍वर से कनपटी पर मारी गोली। उसके पास से सुसाइड नोट भी मिला है। सुसाइड नोट में उसने पुत्रवधू के बारे में मिला है। बुजुर्ग फाइनेंस का काम करता था।

ससुर ने खुद को गोली मारकर की आत्‍महत्‍या, सुसाइड नोट में पुत्रवधू के लिए लिखी ये बात

पुत्रवधू के दुष्कर्म के आरोपों से आहत होकर एक बुजुर्ग ने मंगलवार को खुद को गोली मार ली। शहर के करनाल रोड पर फाइनेंस का काम करने वाले करीब 70 साल के बुजुर्ग चतर सिंह पुनिया ने एक सुसाइड नोट छोड़ा है, जिसमें उसने लिखा है कि वह अपनी पुत्रवधू द्वारा लगाए गए दुष्कर्म और छेड़छाड़ के झूठे आरोपों को नहीं सह सकता। समाज में बहुत बेइज्जत महसूस कर रहा है।

चतर सिंह मंगलवार सुबह शहर के खुराना रोड स्थित इंप्लाइज कालोनी में अपने निवास पर था। घर के सामने कार खड़ी करने वाले प्लाट में आया और अपनी लाइसेंसी रिवाल्वर से कनपटी पर गोली मार ली। गोली चलने की आवाज सुनकर गली से गुजर रहा एक व्यक्ति चिल्लाया। इतने में सामने घर से चतर सिंह का बेटा योगेश और पत्नी खजानी भी प्लाट में पहुंचे। वहां देखा तो कार के पास ही शैड के नीचे चतर सिंह लहूलुहान पड़ा था। उसकी मौत हो चुकी थी। इसकी सूचना पुलिस को दी गई। पुलिस ने मौके पर पहुंच कर मुआयना किया।

चतर सिंह के पुत्र योगेश की शादी जींद निवासी कुलबीर चहल की बेटी तनविका से 15 जनवरी 2017 को हुई थी। तनविका ने अपने पति योगेश और ससुर चतर सिंह पर दहेज के लिए प्रताड़ित करनेे के आरोप लगाए थे। उसका आरोप था कि ससुराल पक्ष के लोग उसे 15 लाख रुपये का दहेज लाने पर ताने मारते थे और उसके ससुर ने उससे फार्च्यूनर गाड़ी की मांग की थी।

तलाक के बाद दोबारा करवाई थी शादी

दहेज प्रताड़ना के आरोपों के बाद योगेश और तनविका का पांच अगस्त 2021 को तलाक हो गया था। इसके बावजूद वह एक महीने तक योगेश के घर में रही। तनविका का आरोप था कि तलाक के बाद भी योगेश उसका शारीरिक शोषण करता रहा। दोनों तरफ के मौजूद लोगों ने बाद में उनमें सुलह करवाकर मंदिर में दोबारा शादी करवा दी थी।

चतर सिंह पर लगाए थे दुष्कर्म के आरोप

28 मार्च 2022 को तनविका ने थाना शहर में शिकायत देकर अपने पति योगेश और ससुर चतर सिंह पर दहेज प्रताड़ना के साथ-साथ दुष्कर्म का केस दर्ज करवाया था। उसका आरोप था कि उसके साथ कई बार छेड़छाड़ भी की गई और एक दिन मौका पाकर उसके ससुर ने उसके साथ गलत काम किया। चतर सिंह ने इन्हीं आरोप के चलते परेशान था। इसी का जिक्र उसने सुसाइड नोट में किया है। चतर सिंह ने अपनी मौत का जिम्मेदार तनविका, तनविका के पिता कुलबीर चहल, किठाना निवासी एडवोकेट दलबीर चहल और प्रकाश चहल को ठहराया है।