21 अप्रैल-वैशाख माह कृष्ण पक्ष की पंचमी पर करें शिव जी की उपासना, देखें इस दिन का पंचांग
आज वैशाख माह कृष्ण पक्ष की पंचमी है। मूल नक्षत्र है। इस दिन भगवान शिव जी के साथ दुर्गा जी की पूजा भी करें। यहां पढ़ें बुधवार का पंचांग और शुभ और अशुभ मुहूर्त।
मुख्य बातें
- 21 अप्रैल को वैशाख माह कृष्ण पक्ष की पंचमी है।
- इस दिन भगवान शिव जी की पूजा करें।
- 21 अप्रैल को हनुमानबाहुक का पाठ करना लाभदायक है।
21 April 2022 Ka Panchang: आज वैशाख माह कृष्ण पक्ष की पंचमी है। मूल नक्षत्र है। आज गणेश जी व विष्णु जी को प्रसन्न करने का पावन व्रत है। भगवान शिव जी की उपासना के साथ माता दुर्गा जी की पूजा भी करें। आज रुद्राभिषेक करने का बहुत सुंदर अवसर है। मंदिर में शिव जी का दर्शन करें। शिवपुराण का पाठ करें। हनुमानबाहुक व गणेश स्तोत्र के पाठ का आज बहुत महत्व है। शिव मंदिर में भगवान शिव को दुग्ध, गंगाजल व शहद से रुद्राभिषेक करें व उनको बेल पत्र अर्पित करें।
दुर्गा जी की स्तुति करें। आज दान का बहुत महत्व व पुण्य है। आज पुण्य संचय करने का महान दिवस है। गुरुवार को विष्णु उपासना व व्रत का पुण्य भी है। प्रातःकाल पंचांग का दर्शन, अध्ययन व मनन आवश्यक है। शुभ व अशुभ समय का ज्ञान भी इसी से होता है। अभिजीत मुहूर्त का समय सबसे बेहतर होता है। इस शुभ समय में कोई भी कार्य प्रारंभ कर सकते हैं। विजय व गोधुली मुहूर्त भी बहुत ही सुंदर होता है। राहुकाल में कोई भी कार्य या यात्रा आरम्भ नहीं करना चाहिए।
आज का पंचांग 21 अप्रैल 2022 (Today Panchang)
दिनांक | 21 अप्रैल 2022 |
दिवस | गुरुवार |
माह | वैशाख, कृष्ण पक्ष |
तिथि | पंचमी |
सूर्योदय | 05:50am |
सूर्यास्त | 06:49pm |
नक्षत्र | मूल |
सूर्य राशि | मेष |
चन्द्र राशि | धनु |
करण | तैतिल |
योग | परिघ |
अभिजीत मुहूर्त | 11:56 am से 12:47 pm तक |
विजय मुहूर्त | 02:23 pm से 03:16 pm तक |
गोधुली मुहूर्त | 06:07 pm से 06:39 pm तक |
राहुकाल का समय दोपहर 01:30 बजे से 03 बजे तकहै। इस दौरान शुभ काम को करने से परहेज करें।
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